What is Windows( विंडोज क्या है)
Window का अर्थ हिंदी में खिड़की है इसका नाम Window इसलिए रखा गया क्योंकि इसके सारे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की आकृति Window के समान आयताकार होती है तथा उसकी कार्यप्रणाली भी विंडो से मिलती है चूंकि इसमें ऐसे अनेक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होते हैं अतः उसे Windows या Window का समूह कहते हैं 
विंडोज माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा विकसित Graphical User Interface (GUI) ऑपरेटिंग सिस्टम है जो अत्यंत सरल और User-friendly होने के कारण लोगों के द्वारा ज्यादा Use होने वाला लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है Windows के आने के पहले MS-DOS Operating System का Use किया जाता था जो पूरी तरह से Command आधारित अर्थात CUI(Command User Interface) होने के User को इसमें कार्य करने के लिए Command को याद रखना पड़ता था Windows के आने के बाद User के लिए Computer Use करना और भी आसान हो गया

Versions of Windows
(विंडोज के संस्करण)
आज विंडोज के कई संस्करण आ चुके हैं और लगातार नए नए संस्करण आ रहे हैं निम्न है
   Name                       Year
Windows 1.0      20/11/1985
Windows 2.0      09/12/1987
Windows 3.0      22/05/1990
WindowsNT3.1-4  27/07/1993 
Windows 95       24/08/1995
Windows 98       25/06/1998
Windows 2000  17/02/2000
Windows ME     19/06/2000
Windows XP      25/10/2001
Windows Vista  30/11/2006
Windows 7         22/10/2009
Windows 8         26/10/2012
Windows 10       29/07/2015
Windows 11       05/10/2021
 
Components of Windows(विंडोज के घटक)
1THE WINDOWS DESKTOP 
विंडोज On होने के बाद जो पहला बड़ा स्क्रीन मेज के समान दिखाई देता है उसे Desktop कहते हैं| इसमें Taskbar, Files, Folders आदि छोटे-छोटे आइकॉन के रूप में दिखाई देते हैं Windows का Desktop उसके संस्करण के आधार पर अलग-अलग होते हैं 
2) START MENU
Taskbar के Left Side उपस्थित स्टार्ट बटन को क्लिक करके हम स्टार्ट मेनू को Access कर सकते हैं इसे ओपन करने के लिए कीबोर्ड से window button को भी Press कर सकते हैं 
Start Menu के तीन प्रमुख भाग होते हैं
I) Left Pane
II) Search Box
III)Right Pane
I) Left Pane - Start Menu के Left Pane मे ऐसे प्रोग्राम और फाइल होते हैं जो Computer मे पहले से Installed रहते हैं
II)Search Box - Start Menu के नीचे होती है जिसका प्रयोग करके हम कोई भी फाइल या प्रोग्राम को शीघ्रता से खोज सकते हैं भले ही आपको उस फाइल या प्रोग्राम का Location नहीं पता हो
III)Right Pane - Start Menu का Right Pane Windows के कई भागो का Link रखते हैं जिसका हम ज्यादातर यूज करते हैं जैसे Documents, Pictures, Music, Computer, Control Panel, Device and Printer, Run,Default Programs, Help and Support

3) ICON
कंप्यूटर के Desktop पर दिखाई देने वाले छोटे-छोटे Pictures को आइकॉन कहते हैं My Computer,Recycle bin,My Documents, My network place, Files, Folders आदि आइकॉन के रूप में ही Desktop मे पाए जाते हैं जो वास्तव में इन्हें खोलने के लिए एक प्रवेश द्वार की भांति कार्य करते हैं

Icon दो प्रकार के होते हैं
1) सरल आइकॉन 
2) शॉर्टकट आईकॉन
दोनों आइकॉन देखने में समान होते हैं लेकिन शॉर्टकट आईकॉन के Left side Arrow का चिन्ह होता है जो हमें किसी फाइल या प्रोग्राम से लिंक प्रदान करता है

4) TASKBAR
Taskbar Desktop के नीचे पाई जाने वाली आयताकार पट्टी होती है जब भी हम कोई भी विंडो ओपन करते हैं तब ये विंडो बटन के रूप में Taskbar में दिखाई देते हैं और जब विंडोज को बंद करते हैं तो वह अदृश्य हो जाता Taskbar को Desktop के चारों तरफ(Top, Bottom, Left, Right) कहीं भी ले जा सकते हैं

Taskbar मे निम्न Parts शामिल रहते हैं
1) The Start Button - Start Menu Open करने के लिए
2)The Quick Launch bar - User द्वारा उनकी सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले प्रोग्राम शॉर्ट कट के रूप में रखने के लिए एक एरिया होता है
3)The main Taskbar - सभी खुले हुए एप्लीकेशन और फाइल आइकॉन को प्रदर्शित करता है
4) System Tray(Notification Area) - यह टास्कबार के Right side होता है जिसका प्रयोग कर हम Date,Time की सेटिंग कर सकते हैं, Network से Connect हो सकते हैं, Speaker की Volume बढ़ा या घटा सकते हैं इसमें ऐसे आईकॉन भी प्रदर्शित होते हैं जिसका हमने कुछ समय पहले प्रयोग किया है

5) FILES and FOLDERS 
Files Data को Store करने वाली Unit है तथा Folder, Files तथा अन्य फोल्डर को Store करने वाला Container है Windows हमें फोल्डर बनाने की सुविधा देता है तथा इसमें कई Folders जैसे My Documents, My Music, My Picture आदि Documents files, Music files, Picture Files को रखने के लिए पहले से बने होते हैं

6) RECYCLE BIN
एक बार जब हम किसी फाइल्स या फोल्डर को डिलीट कर देते हैं तो वह अस्थाई रूप से एक स्थान में जाकर स्टोर हो जाता है जिसे Recycle bin कहते हैं हम Recycle bin से उन फाइल या फोल्डर को चाहे तो वापस ला सकते हैं या उसे पूरी तरह से डिलीट कर सकते हैं चूंकि Recycle bin Hard disk मैं जगह लेते हैं अतः हमें उन फाइल्स या फोल्डर की जरूरत नहीं है तो उसे पूरी तरह से डिलीट कर देना चाहिए अर्थात Recycle bin को Empty कर देना चाहिए

7) MY COMPUTER 
My Computer के माध्यम से आप अपने कंप्यूटर की फाइल,फोल्डर और ड्राइव तथा ये कैसे आपस में संगठित है आसानी से देख सकते हैं इसमें Floppy Disk को A: तथा B: से और Hard disk drive को C:, D: आदि ड्राइव से denote किया जाता है Floppy disk की Storage Capacity कम होने के कारण उसका Use नहीं होने के कारण Computer मे A: तथा B: नही होते External Devices को भी यहीं से Access किया जाता है  

8) MY NETWORK PLACE 
इसे पहली बार Windows 95 और Windows NT 4.0 मे प्रस्तुत किया गया था जो हमारे
Computer की Network Connectivity को प्रदशित करता है बाद के संस्करण में इसका नाम Network रखा गया जिसका प्रयोग किसी Folders को अन्य कंप्यूटर से Connect तथा Share करने के लिए किया जाता है 

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