What is the Internet in Hindi (इंटरनेट क्या है)

Internet का Full Form Interconnected Network है Internet World के इतने कंप्यूटरो से जुड़ा Networks है जिसे गिना न जा सके ताकि इन Computers के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सके। इस Networks मे Computer के साथ ही अन्य  उपयोगी Devices भी जुड़े होते है जो सूचनाओं के आवागमन जिम्मेदार होते है।

Internet के शुरुवाती दिनों मे छोटे Network पर कार्य किया गया जिसका उदाहरण LAN (Local Area Network) है। बाद में अन्य Computers को Connect किया गया धीरे धीर बड़े स्तर पर WAN (Wide Area Network) Network बना जिसमे World के सभी Computers को Connect किए गए और इसे ही Internet कहा गया।

यह Computers और Devices का विशाल Group है। सामान्य भाषा में Internet को नेटवर्को का नेटवर्क कहते है यह संसार का सबसे बड़ा नेटवर्क है।

History of the Internet in Hindi (इंटरनेट का इतिहास)


Internet की शुरुवात उस समय हुआ जब US तथा सोवियत यूनियन के बीच Cold War छिड़ गया और सोवियत यूनियन  ने सन 1957 मे पहला Satellite Sputnik1 को Space मे भेजा,
जिसे देखते हुए US President ने 1958 में ARPA (Advanced Research Project Agency) का निर्माण किया।

बाद में ARPA का नाम बदलकर DARPA (Defence Advanced Research Project Agency ) रखा गया जिसे यह कार्य सौंपा गया कि वह ऐसी तकनीक का निर्माण करे की यदि उन पर हमला हो तो उनका Communication System  मजबूत रहे और उनकी Military को कोई परेशानियों का सामना करना न पड़े।

इसलिए ARPA ने 1969 में ARPANET (Advanced Research Project Agency ) नामक Networking Project बनाया जिसमे पहले अलग अलग स्थान उपस्थित 4 Computers को जोड़ा गया जिसकी सफलता के बाद और बहुत सारे Computers को जोड़े गए। ARPA एक ऐसा नेटवर्क था जिसमे पहली बार Packet Switching Technology का Use किया गया।

ARPA से Inspire होकर 1973 के आसपास कई सारे Network पूरे World मे बनने लगे 1974 में ARPA Network को ज्यादा से ज्यादा जोडने हेतु TCP/IP Model का अविष्कार हुआ जिससे LAN को ARPANET को जोड़ना आसान होगा लेकिन 1980 मे LAN की संख्या इतनी बढ़ गई की उन्हें को ARPANET से जोड़ना मुश्किल और महंगा हो गया जिसके समाधान हेतु DNS(Domain Name System) का अविष्कार हुआ और बाद में 1990 मे ARPANET को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

How does Internet Work in Hindi (इन्टरनेट कैसे कार्य करता है)

Internet मे सारे Data किसी न किसी  Server मे Store रहते है। ये Server, Data Center मे रखे जाते है एक Data Center मे बहुत सारे Servers रहते है जहां इनकी देखरेख की जाती है। 

बड़ी बड़ी कंपनिया जैसे Google, Facebook, Twitter, Instagram, Microsoft आदि की अपनी Data Center होते है लेकिन छोटी कंपनिया या Website अपने Data को रखने हेतु दूसरो के Data Center की Server Rent मे Use करते है इसके लिए उन्हें Payment करना होता है।

चुंकि ये Data Center अन्य देशों में है इसलिए यह बहुत दूर है। अब इस Data को दुनियां के किसी भी छोर में बैठे Users तक पहुंचाना है, इसके लिए Fibre Optic Cable जो Glass की बनी महीन हमारे Hair जितने पतले Wire को पुरी दुनियां मे बिछाया गया और बिछाया जा रहा है।

ये Wire जमीन तथा समुंद्र के नीचे से हमारे देश, राज्य, शहर गांव तक पहुंचते है जहां से ये Cable Cell Phone Tower मे आता है और वही से Data Electromagnetic Form मे Signal के रुप में हमारे Cell Phone तक पहुंचता है अब बात यह आती है कि Server को कैसे पता चलता है कि किसे Data भेजना या Devices को कैसे पता चलता है कि किस Server से Data लेना है। 

इन  कार्यों के लिए IP Address का Use  किया जाता है जो Network  से जुड़े हर Devices जैसे Computer, Laptop, Smartphone,Router, Server आदि का Numeric Form मे  Unique Address है। जब हम किसी link पर Click करते है या Web Browser पर किसी Website का URL Type करते है यह URL उस Website का स्थान बताता है। 

तब Domain Name Server उस URL को IP Address मे बदल देता है क्योंकि System IP को ही समझता है अब उस IP Address को पुनः उस Web Browser के पास भेजा जाता है। अब IP Address के आधार पर Browser यह जान लेता है कि उस Website का Data किस Server मे Store हैं। 

अब Browser Website के Server को उस Website या Webpage को Access करने हेतु Request भेजता है। उस Request मे Website Server का IP Address और हमारे Computer का IP Address होता है। यह Request Fibre Optic Cable से उस Website के Server पर जाता है तब Server हमारे IP Address पर Data भेजता है। 

यह Data हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर हमारे IP Address पहुंचती है और हम उसे अपने Computer मे देख पाते है इस कार्य को पुरा करने के लिए के लिए बहुत सारे Network Devices और Protocols जिम्मेदार होते है।

Unit for Measuring Internet Speed in Hindi 

Internet के Speed को निम्न Unit से Measure कर सकतें है।

1) bps(bits per second):-
यह सबसे छोटा Unit है जो यह बताता है कि एक Second में कितना Data Transfer हुआ

2) Kbps (Kilobit per second):
यह एक Second में 1,000 bits Data Transfer की मात्रा को बताता है

3)Mbps (Mega bit per second)
यह एक Second में 1,000,000 bits Data Transfer की मात्रा को बताता है

4)Gbps(Giga bit per second)
यह एक Second में 1 अरब bits Data Transfer की मात्रा को बताता है

Other Names for Internet(इंटरनेट के अन्य नाम)

Internet को कभी कभी कुछ अन्य नामों से भी जाना जाता है 
जैसे Net, Web, Cyberspace, Cloud, Global Network, Online World, Interweb, WWW आदि।

Advantage of Internet in Hindi(इंटरनेट के फायदे)

आज Internet मनुष्य के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है का इसका प्रयोग लगातार बढ़ते ही जा रहा है। यह हर प्रकार और हर वर्ग के लोगो द्वारा बड़े पैमाने पर निम्न क्षेत्रो में उपयोग में लाया जा रहा।

1) शिक्षा:

आज प्रायः हर मनुष्य शिक्षा के महत्व को जानता है। Internet का उपयोग शिक्षक तथा विद्यार्थी दोनो के द्वारा किया जाता है शिक्षक Internet से अपने Subject से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करता है ताकि अपने Students को उसे अच्छे से Explain कर सके।

Students बहुत ही कम दामों मे अच्छे Tutors से शिक्षा प्राप्त कर सकता है तथा कई Competition की तैयारी घर मे ही Online कर सकता है अतः हम देखते हैं कि इंटरनेट ने शिक्षा को सरल सस्ता और सुलभ कर दिया है।

2) व्यवसाय:

छोटे व्यापारी हो या बड़े व्यापारी आज इंटरनेट की मदद से उनका व्यापार विश्व स्तरीय हो गया है घर बैठे बैठे कम दाम में उच्च गुणवत्ता मनचाहा वस्तु आसानी से प्राप्त कर सकता है आज इंटरनेट के कारण ऑनलाइन व्यवसाय बहुत तेेज़ी से फैलते जा रही है।
 

3) मनोरंजन में:

आज हर प्रकार के और हर वर्ग के लोगों के लिए इंटरनेट एक मनोरंजन का अच्छा साधन बन गया है। आज इंटरनेट के द्वारा Mobile या Computer मे वो सारे फिल्म, सीरियल, कार्टून आदि देख सकते है। आपको इसके लिए Television की भी जरुरत नही है और न ही कही थियेटर जाने की आपकी सारी मनोरंजन की जरूरते Internet के द्वारा ही पूरे कर दिए जाते है।

4) संचार मे:

एक समय था जब अपने से दूर अपने प्रियजनों से मिलने बात करने मे कई दिन महीने या सालो बीत जाते क्योंकि  संचार का कोई माध्यम नही था। लेकिन आज Internet के कारण संचार साधनों मे इतनी क्रांति आई है की लोगो से मिलना, बात करना, उन्हे देखना कुछ पलों का की कार्य है चाहें वे दुनियां की किसी भी छोर मे क्यो न रहते हो।

5) यात्रा:
लोग कई न कई यात्रा मे अपने Personal या Business से संबंधित कार्यों हेतु यात्रा मे रहते हैं ऐसे समय मे यातायात साधनों जैसे बस, ट्रेन, Aeroplane या जगह से संबंधित जानकारी उनके लिए महत्वपूर्ण रहती है ये समस्त जानकारियां उन्हे Internet के द्वारा  कुछ Seconds मे ही प्राप्त हो जाते है।

Disadvantage of Internet in Hindi (इंटरनेट के नुकसान)

Internet के गलत या आवश्यकता से ज्यादा उपयोग करने के निम्न नुकसान  है।

1) आज Internet ने  युवा पीढ़ी तथा बच्चों को जिस पर दुनिया का भविष्य टिका है  इंटरनेट के गिरप्त में आ चुके है। Internet का उनके पढ़ाई लिखाई और भविष्य पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ा है क्योंकि उनका समय ऐसे ही Internet के अनुपयोगी और फिजुल के कार्यों में बरबाद हो रहे है।

2) आज इंटरनेट अगर अच्छी लाभप्रद सूचनाएं देती है तो इसमें ऐसी सूचनाएं या सामग्री मिल जाएगी जो किसी मनुष्य को बर्बाद करने के लिए काफी है  जो एक गंभीर और चिंताजनक विषय है।

3)आज Internet कई अपराधिक कार्यों को अंजाम देने का अड्डा बन गया है  जैसे पैसों की ढगी करना, किसी के Account को Hack कर उसे पैसों के लिए Blackmail करना, Internet Virus फैलाने और फैलने का एक स्थान भी बन गया है।

Things Require for Internet Connection in Hindi (इंटरनेट कनेक्शन के लिए आवश्यक वस्तुएं)

आपको Internet Access करने के लिए कुछ चीजों की आवश्यकता होती है जो निम्न है।

Device:-

कुछ Device जैसे Computer, Smart Phone, Laptop, Tablet आदि की जरुरत होती है जिसके द्वारा आप Internet से Connect हो पाते है।

Internet Service Provider(इंटरनेट सेवा प्रदाता)

ISP आपको Internet की Services देने वाली Company या Organization होती है जिससे Services पाने के लिए आपको उससे Wired या Wireless Connect होना होता है।

Web Browser:-

Web Browser जैसे Google Chrome, Mozila Firefox, Safari आदि Web Browser के माध्यम से ही आप Internet से किसी भी Webpages को देख या प्राप्त कर पाते है।

Modem/Router:-

Modem आपके Devices जैसे Computer अन्य Devices को Internet Access करने के लिए Internet Service Provider से जोड़ता है जिसका कार्य Analog Signal को Digital Signal मे तथा Digital Signal को Analog में बदलना होता है।

जबकि Router एक Single Network पर कई Devices को Connect करता है ताकि सभी Devices को Internet Connection Share कर सकें।

Internet Protocol(IP) Address:-

आपके Devices को Internet की दुनियां में पहचान के लिए Internet Service Provider द्वारा IP Address दिया जाता है जिससे आपका Device Internet पर अन्य Device से Communicate कर पाता है।

What is an Intranet(इंट्रानेट क्या है)

Organization द्वारा अपने निजी प्रयोग के लिए जो Network का निर्माण करते है उसे Intranet कहते है। Intranet मे वे सारे Tools और Protocols प्रयोग किए जाते है जो Internet के लिए Use मे आते है।  Intranet Organization से सम्बंधित Information की Sharing के लिए निजी रुप से उनके कर्मचारियों द्वारा प्रयोग मे लाया जाता है अन्य व्यक्तियों द्वारा उसे सार्वजनिक रुप से Internet के समान उपयोग नहीं कर सकते इसलिए Intranet Secure होता है।

Difference between Internet and Intranet in Hindi (इंटरनेट और इंट्रानेट में अंतर)

1)
Internet एक Public Network है जिसे कोई भी Use कर सकता है

Intranet एक Private Network है इसे हर कोई Use नही कर सकता
2) 
Internet मे असीमित Users होते है

Intranet मे सीमित Users होते है
3) 
Internet Public Network होने के कारण कम Secure है

Intranet Private Network होने के कारण पूरी तरह से Secure है
4)
Internet एक विशाल Networks का समूह है जो LAN, MAN और WAN से मिलकर बने होते है

Intranet छोटा Network है जिसमे केवल LAN Network ही शामिल है

5)
Internet का कोई मालिक नही होता

Intranet का अपना मालिक रहता है
6)
Internet पूरी दुनियां मे Information Share करने का माध्यम है

Intranet मे निजी सूचनाएं जो किसी Organizations या Institutes से सम्बन्धित है उन्हीं लोगों के बीच सूचनाएं Share होती है।

What is ISP (Internet Service Provider) in Hindi - इंटरनेट सेवा प्रदाता क्या है

ISP या Internet Service Provider वे कंपनिया यह जो Users को Internet कनेक्शन और अन्य सेवाएं प्रदान करता है ISP के माध्यम से हम अपने Computer, Mobile तथा अन्य Supported Devices को Internet से जोड़ सकते है।

Internet से Connection हेतु ISP एक प्रवेशद्वार के समान होता है जिसके मदद से ही हम Internet से संबंधित कार्यों को कर पाते है  इन सेवाओं को प्राप्त करने के लिए उपयोगकर्ता के द्वारा ISP को कुछ सेवा शुल्क भी प्रदान करना होता है।

भारत में ISP के उदाहरण
BSNL, Jio, Airtel आदि