What is Ledger in Hindi - Ledger क्या है

Account से संबंधित Financial Transaction के Record को रखने के लिए जिसका उपयोग किया जाता है उसे ही Ledger कहते है। Tally मे प्रत्येक Ledger का नाम Unique होता है अर्थात दो Ledger का नाम एक जैसे नही हो सकता है। Ledger मे कुछ जानकारी जैसे Ledger का नाम, उपनाम, group, Contact Details तथा Ledger से संबन्धित अन्य जानकारी होते है आप Manually तथा Tally Software की सहायता से Ledger का निर्माण कर सकते है।

Ledger बनाना (Create a Ledger)

Tally में आपको व्यापार से संबंधित लेनदेन को दर्शाने के लिए तथा अन्य प्रकार की आय या व्यय दर्शाने के लिए Ledger बनाने होते हैं जिसका प्रयोग सभी प्रकार के Accounting Vouchers में किया जाता है बिना Ledger बनाए आप वाउचर एंट्री नहीं कर सकते

अत वाउचर एंट्री के पहले आपको Ledger बनाने होती है Tally आपको दो प्रकार के लेजर बनाने की सुविधा देती है।

1) Single Ledger
2) Multiple Ledger

Single Ledger in Hindi

इसमें आप एक समय में केवल एक ही Ledger बना सकते हैं
आइए हम Tally में Single Ledger बनाना सीखे

Single Ledger बनाना (Create Single Ledger)

1) सबसे पहले Gateway of Tally>Account Info>Ledgers> को Select करे।
 

2) Single Ledger के अंतर्गत Create Option पर Click करे


2) Ledger Creation Screen प्रदर्शित होगा इसमे निम्न Options होते है
a) Name:
इसमे Ledger के लिए नाम Type करते है जैसे Amit A/C

b) Alias:
Ledger के लिए alias या उपनाम Type करे

c) Under:
आपका Ledger कौन से Group के अंतर्गत आता है Group के List से आवश्यकतानुसार चुने जैसे यदि आपने Amit से माल उधारी मे खरीदा है तो Amit का Account Sundry Creditor Group के अंतर्गत आयेगा

d) Maintain balance bill-by-bill:
यदि आप Balance को Bill wise Maintain करना चाहते है तो Yes करे अन्यथा No करे

e) Inventory Value Are affected:
यदि आप अपने Voucher में Inventory Information देने चाहते है तो Yes करे अन्यथा No करे 

f) Opening Balance:
यदि Ledger में Opening Balance है तो Enter करे अन्यथा खाली छोड़ दे
Ledger के Right Side Mailing Details तथा Tax Details से संबंधित जानकारी भी आप दे सकते है

अंत मे Enter Press करे और Accept करने के लिए Yes को चुने।

Ledger को देखना (Display Ledger)

Display option का प्रयोग करके आप Tally मे जितने Ledgers बनाए है उसे देख सकते है उसे किसी प्रकार से  सुधार नहीं सकते है। यदि आप Ledger को सुधारना चाहते है तो आपको Alter Option Use करना होगा जिसके बारे मे नीचे बताया गया हैै।

Single Ledger को देखना(Displaying a Ledger)

Ledger को देखने के लिए यह करे।

1) Gateway of Tally>Account Info>Ledgers>Single Ledger के अंतर्गत Display Option पर Click करे।

2) पहले से बने Ledger की List दिखाई देगी।

3) जिस Ledger को आप देखना चाहते है उसे चयन करे।

4) Ledger Screen दिखाई देंगी।

5) ESC करके बाहर आ जाए।

Single Ledger को सुधारना(Altering a Ledger)

इसके अंतर्गत आप Ledger मे आवश्यकतानुसार निम्न प्रकार से बदलाव ला सकते है

1) Gateway of Tally>Account Info>Ledgers>Single Ledger के अंतर्गत Alter Option पर Click कर।

2) अब आपको सारे बने Ledger की List दिखाई देगी।

3) जिस Ledger मे बदलाव चाहते है उसे चुने।

4) Ledger Screen दिखाई देगी आवश्यकतानुसार बदलाव करे और Enter & कर उसे Save करे।

Single Ledger को हटाना करना (Deleting a Ledger)

कई बार हमारे द्वारा एक Ledger दो बार बन जाते हैं ऐसी स्थिति में हमें एक Ledger को डिलीट करना होता है इसके लिए निम्न कार्य करे

1) Gateway of Tally>Account Info>Ledgers>Single Ledger के अंतर्गत Alter Option पर Click करे।

2) Ledger की List में Delete किए जाने वाले Ledger को चुने।

3) अब Alt+D Press करे Delete को।

Confirm करने हेतु Confirmation Box को Yes करे।

Exercise for Single Ledger

इन दिए गए Ledgers की Entry Tally में करे।

Examples:

1) अमित से माल खरीदा
2) सोनम को माल बेचा
3) माल खरीदा
4) माल बेचा 
5) Furniture 1000 Rs में खरीदा
6) SBI मे 20000 Rs जमा किए

Solution:

1)
Name Amit A/C 
Under Sundry Creditors 
Name Purchase A/C
Under Purchase Accounts

2)
Name Sonam A/C
Under Sundry Deptors
Name Sales A/C
Under Sales Accounts

Note:- 
Amit से माल खरीदे और Sonam को माल बेचे है चुुकि(Amit और Sonam) का नाम दिया गया इसलिए ये उधार Transaction है नकद नहीं

यदि केवल या लिखा है  कि माल खरीदे
या माल बेचे लेकिन किससे खरीदें या बेचें है यह जानकारी नहीं है तो यह लेनदेन Cash से हुआ है इसका Ledger निम्न प्रकार से बनेगा

3)
Name Purchase A/C
Under Purchase Accounts
Name Cash A/C
Under Cash in hand

4) 
Name Sales A/C
Under Sales Accounts
Name Cash A/C
Under Cash in hand

5) 
Name Furniture A/C
Under Fixed Assets
Name Cash A/C
Under Cash in hand

6)
Name SBI A/C
Under Bank Accounts (सारे Banks Bank Accounts के Under मे आते है)

Note:- 
ऊपर Name Ledger के Name को बताता है तथा Under Ledger के Group को बताता है कि Ledger को कौन से Group के Under में रखा गया है।

Multiledger in Hindi 

यह भी Single Ledger के समान ही होता है Multiledger का प्रयोग उस समय किया जाता है जब हमें एक बार में एक से अधिक Ledger बनाने हैं।
 

मल्टीलेजर बनाना(Create Multiledger)

1)Gateway of Tally>Account Info>Ledgers>Multiledger के अंतर्गत Create Option पर Click करे

2) Multiledger Screen प्रदर्शित होगा


3) Under Group मे उस Group को enter करे जिसके अन्दर अन्य Ledgers को रखना चाहते है

4) Name of Ledger में Ledger का नाम Type करे तथा उस Ledger को किसके Under रखना है उसका चयन करे।

5) उस Ledger का Opening Balance है तो उसे Enter करे।

6) सभी Ledger को एक एक करके Enter करे।

7) अंत मे Save करने के लिए Enter Press करे।

Exercise for Multiledger

COMPUTEREHUB के लिए निम्न Items खरीदा गया तथा उसे Payment हेतु Cheque दिया गया

Examples:

Monitor    7000
Keyboard 500
Mouse     450
Printer     10000

Solution:

1) Name of Leger: 
Monitor
Keyboard
Mouse
Printer
Under:
Fixed Assets 

सभी Fixed Assets  के Under में आयेंगे।

Note:-
Tally के द्वारा बनाए गए Ledger
Tally द्वारा Organization के आधार पर दो Ledgers (Cash और Profit and Loss Account) स्वतः ही बना दिए जाते है जिसे आपको पुनः बनाने की जरुरत नही है 

आप चाहें तो Cash Account अलग अलग नाम से बना सकते है लेकिन Profit and Loss Account बनाने की अनुमति नही है इसलिए Tally द्वारा बनाए गए Ledgers का ही आप प्रयोग करे

Multiledger को सुधारने के लिए Alter, देखने के लिए Display तथा Delete करने के लिए Alt+D का प्रयोग वैसे ही करे जैसे Single Ledger के लिए किए गए है।

Ledger Configuration

यदि आप Ledger बनाते समय उसके Screen पर कुछ अन्य Option जैसे Tax से संबन्धित, Contact Details, Note, Description आदि लाना या हटाना चाहते है 

तो आपको Ledger Configuration Option का प्रयोग करना होगा इसके लिए आप F12 Function Key Press करे

Difference between Single Ledger and Multiple Group in Hindi 

1) Single legder:
एक समय में केवल एक Ledger का निर्माण होता है।
Multiple legder:
एक साथ कई Ledgers का निर्माण कर सकते हैं।

2) Single Ledger: 
यह ज्यादा समय लेता है क्योंकि इसे आपको एक के बाद एक बनाना पड़ता है ।
Multiple Ledger:
इसे तेजी से बनाया जा सकता है क्योंकि आप इसे एक बार में ही एक साथ बना सकते हैं।
 
3) Single Ledger:
आप प्रत्येक लेजर के लिए ज्यादा विस्तृत विवरण दे सकते हैं।
Multiple Ledger:
इसमें केवल कुछ विवरण देने होते हैं।जैसे Ledger का नाम और उसका Group।

4) Single Ledger: 
आप Opening balances को ज्यादा विवरण देकर जोड़ सकते हैं।
Multiple Ledger
आप संक्षिप्त रूप में Balances का विवरण प्रविष्टि कर सकते है।

5) Single Ledger:
आप प्रत्येक Ledger के लिए अलग से Group चुन सकते हैं।
Multiple Ledger: 
आप सभी Ledgers के लिए एक साथ एक बार में Group assign कर सकते है।

6) Single Ledger: 
यदि आपको कई Ladgers की जरूरत है तो यह अधिक समय लेता है।
Multiple Ledger:
जब आप कई Ledgers को बनाते हैं तो यह समय बचाता है।

7) Single Ledger: 
एक विशिष्ट Ledger का निर्माण करने के लिए यह अच्छा है।
Multiple Ledger
कई Ledgers एक साथ बनाने के लिए यह अच्छा है।

8) Single Ledger:
इसका निर्माण करने के लिए आपको Accounts Info> Ledgers > Create (Single Ledger) में जाना होता है। 
Multiple Ledger: 
इसका निर्माण करने के लिए आपको Accounts Info> Ledgers > Create (Multipl Ledger) में जाना होता है।

Difference between Ledger and Ledger group in Hindi 


1) Ledger:
यह पैसों की जांच करने के लिए एक Single account है जैसे Bank A/c, Cash A/c, Purchase A/c
Ledger Group: 
यह एक ही प्रकार के Ledgers की Category को रखता है।

2) Ledger
एक Account के लिए Transactions को रखता है।
Ledger Group:
 कोई Transactions नहीं रखता केवल Ledgers को रखता है।

 3) Ledger
आप प्रत्येक Account के लिए एक Ledger का निर्माण करते हैं जैसे Rent, Sales, Purchase, JK Enterprise आदि 
Ledger Group: 
संबन्धित Ledgers को एक साथ रखने के लिए Group का निर्माण किया जाता है।( जैसे सारे Creditors Sundry Creditors, 

4) Ledger
इसका उदाहरण Sales, Rent, Electricity Bill, Computer traders A/c, 
Ledger Group: 
इसका उदाहरण Sundry Debtors, Sundry Creditors Current Assets, Indirect Expenses आदि 

5) Ledger:
यह एक Account का विवरण प्रदर्शित करता है।
Ledger Group: 
यह Group में सभी Ledgers का Totals प्रदर्शित करता है।

6) Ledger
यह एक Ledger group का ही भाग है जैसे Electricity bill ledger, Indirect expenses, Ledger group में आते है।
Ledger Group:
यह एक उच्च श्रेणी है जो Ledgers को रखता है।

7) Ledger
इसमें कुछ विवरण जैसे Opening balance, Vouchers, GST आदि हो सकतें हैं 
Ledger Group:
इसमें कोई भी Transaction details नही होते है यह केवल Groups ledgers हैं।

8) Ledger
आप इसके विवरण को किसी भी समय बदल सकते हैं।
Ledger Group: 
आप Ledgers को जोड़कर या हटाकर इसे बदल सकते है।
 
9) Ledger:
इसका उपयोग Money transactions का Record रखने मे होता है।
Ledger Group: 
इसका उपयोग विभिन्न Ledgers को संगठित तथा प्रबंधित करने मे होता है।

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