History and Development of Computer in Hindi - कंप्यूटर का इतिहास और विकास

आज हम जो कंप्यूटर देखते है वह ऐसे ही एक बार मे Develop नही हुआ है उसे Traditional Computer से Modern Computer बनने मे कई वर्ष लग गए 

Computer के विकास मे कई Stages शामिल है और प्रत्येक Stage ने कम्प्यूटर तकनीकी की उन्नति के लिए महत्पूर्ण भूमिका निभाई है यहाँ कंप्यूटर के विकास में प्रमुख मील के पत्थर का संक्षिप्त विवरण दिया गया है।

Abacus (अबाकस)

Abacus एक Mechanical Calculating Device है है जिसका आविष्कार 5000 साल पहले हुआ था इसे Counting Frame के नाम से भी जाना जाता है।

इसमें Rods या Wires का एक Series होता है जिसमें Numerical Value को प्रदर्शित करने के लिए Beads लगे होते है।

 इन Beads को Wires के ऊपर नीचे ले जाकर आसानी से Addition, Substraction, Multiplication, Division जैसे कार्य किए जाते है जब Computer के इतिहास की बात आती है, तब Abacus प्रारंभिक समयों के Computing Tools के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य करता है।

17वीं और 18वीं Century में Mechanical Calculator के विकास के दौरान, आविष्कारकों ने ऐसे उपकरण बनाने की मांग की, जो स्वचालित रूप से गणना कर सके तब उन्होंने Abacus को ऐसे Systems को Design करने के लिए एक Foundation के रूप में देखा जो संख्याओं में हेरफेर कर सकते थे।

Napier's Bones(नेपियर का बोन)

Napier's bones का अविष्कार 17th शताब्दी में John Napier के द्वारा किया गया था Napier's Bones को Napier's Rods के नाम से जाना जाता है, जो Computer के विकास से सीधे सम्बंधित तो नहीं है।

 यद्यपि यह प्राचीन समय का Calculating Device है इसका प्रयोग Manual Calculation Tool के रुप में Multiplication और Division जैसे कार्यों को करने के लिए किया जाता था।

Napier के Bone सामान्यत: लकड़ी या हाथी दांत के बने होते है जिसमे खुदे हुए Multiplication Table होते है। यह Table Rods या Strips के एक Set जिसमे Numbers एक क्रम मे लगे होते है, से मिलकर बने होते है।

 इन Rods को इस प्रकार Align किया जाता था कि User Numbers को जोड़कर तथा घटाकर Multiplication और Division कर सकें अतः उस समय जब Computer नही था तब Napier के Bone का Use करके Mechanical Calculation करना आसान था। 

Pascaline(पास्कलिन)

Pascaline एक Mechanical Calculator था जिसे Blaise Pascal ने 17th शताब्दी अविष्कार किया Blaise Pascal जोकि France के एक प्रसिद्ध Mathematician और Scientist थे, ने 16 साल की उम्र मे 1642 मे Pascaline का निर्माण किया।

Pascaline एक साधारण Calculator के समान था जिसका प्रयोग Basic Arithemetic Operations जैसे Addition, Substraction करने के Design किया गया था इसमें Wheel की एक Series का प्रयोग किया गया था,

जो एक के बाद एक Columns के रुप में Arrange किए गए थे। Wheel का प्रत्येक Column एक Decimal Place Value(इकाई, दहाई सैकड़ा) को प्रदर्शित करता था जैसे दाए ओर से पहला Column इकाई मान को दूसरा Column दहाई मान को और वैसे की अन्य.. प्रत्येक Wheel में 0 से 9 तक के Numbers छपे हुए थे।

User Pascaline मे Number Input करने के लिए उस विशेष Wheel को घुमाया जाता था जैसे 536 को Enter करने के लिए User दाई ओर से पहले Column Wheel को 6 के लिए Set करेगा दूसरे Column Wheel को 3 के लिए और तीसरे Column Wheel को 5 के लिए Set करेगा।

 Pascaline महत्त्वपूर्ण था क्योंकि यह Automatic Math Calculation Perform करने मे सक्षम था यद्यपि यह केवल Addition और Substraction ही कर पाता था तो भी Advanced Calculator तथा Computer के विकास मे इसने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Jacquard's Loom(जैक्वार्ड का लूम)

Jacquard का Loom कपड़ा निर्माण के इतिहास मे एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण आविष्कार था जिसने कपड़ा बुनने का तरीका ही बदल दिया।

इस Loom को Joseph-Marie Jacquard नामक French Weaver तथा Inventor द्वारा लगभग 1804 मे बनाया गया Jacquard के Loom के निर्माण के पहले 1800 दशक की शुरुआत मे कपड़े में जटिल Pattern बनाना कठिन था और इसमें बहुत मेहनत लगती थी।

इस कार्य को केवल Skilled workers द्वारा ही हाथ से किया जाता था जो काफी महंगा और धीमा था परन्तु Jacquard ने अपने Machine के बनाने के द्वारा सब कुछ बदल दिया क्योंकि उसका Machine Automatic कार्य करता था।

उसके लूम की खास बात यह थी कि वह कपड़े मे विभिन्न Pattern और Design देने के लिए छिद्रयुक्त Punch Card का Use करता था।

Jacquard के Loom ने Computer के विकास के शुरुवाती Stage में Computer के इतिहास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई यद्यपि Jacquard का Loom Computer नही था लेकिन Jacquard Loom द्वारा उपयोग की जाने वाली पंच कार्ड प्रणाली ने Binary Format (0,1) में सूचनाओं को संग्रहीत और प्रसारित करने का एक तरीका प्रदान किया।

क्योंकि Computer Binary Format में ही Data को समझता है जिसमे 1 को ON तथा 0 को OFF के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है Punch Cards में Hole को 0 अर्थात OFF और जहां Hole नही है उसे 1 अर्थात ON के रुप मे Data Store करने के लिए Use किए जाते।

Stepped Reckoner or Leibnuiz wheel (स्टेप्ड रेकनर या लेबनुइज व्हील)

Stepped Reckoner or Leibnuiz wheel जो की एक Mechanical Calculator था का आविष्कार 1672 मे German Mathematician Gottfried Wihelm Leibniz ने किया था।

इसे Basic Arithmetic Calculations जैसे addition, subtraction, multiplication और division को Perform करने के लिए Design किया गया था।

Leibniz wheel एक विशेष प्रकार का Calculator इस Machine में एक गोल Drum था जिसमे अलग अलग आकार के Steps थे जो 0 से 9 तक के Numbers को Represent करता था।
 
Drum को घुमाने के लिए इसमें लगे Handle को घुमाया जाता था। Drum के प्रत्येक Step में एक Specific Digit के लिए Teeth होते थे जैसे पहले Step मे 9 Teeth के लिए 1 Number तथा जिस Step में कोई Teeth नही है वह 0 को Represent करता था।

Addition Substraction करने के लिए Dials पर Numbers Set किया जाता था और Handle से Drum को घुमाया जाता था Drum पर Teeth अन्य Parts से Connect होते तथा Answer Display पर प्रदर्शित होता था। Leibniz wheel उस समय के Calculating Machine में एक बड़ा Improvement था क्योंकि यह Machine विश्वसनीय और अच्छे से कार्य करता था।

Difference Engine(डिफरेंस इंजिन)

Difference Engine Charles Babbage द्वारा 1822 मे निर्माण किया गया एक यादगार आविष्कार है यह एक Mechanical Calculator है जिसमे Gear, Lever, Cylinders तथा अन्य Mechanical Components लगे थे।

इसे Mathematical Calculation के लिए Design किए गए थे यह एक विशेष Machine था जो बिना मनुष्य की सहायता से Automatic Calculation कर पाने मे सक्षम था, क्योंकि Charls Babbage ऐसे ही Device बनाना चाहता था जो स्वत: ही जटिल गणना करे और मनुष्य द्वारा किए गलती को Avoid कर सके।

Charls Babbage बडे़ पैमाने पर Machine बनाना चाहता था जिसमें कई Mechanical Parts आपस में जुड़े हो और जो Steam(भाप) Power से चल सके।
 
Difference Engine का आविष्कार उस समय एक बड़ी क्रांति थी, जिसके बारे मे कभी भी ऐसा नही सोचा गया कि यही Machine भविष्य में Computer के विकास के लिए नीव और आगे Inventors तथा Engineers के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगी

Analytical Engine(एनालिटिकल इंजिन)

Analytical Engine एक General Purpose Computing Machine था जिसे British Mathematician और Inventor Charles Babbage द्वारा 1833 को बनाया गया।

यह Machine काफी Advanced था जो विभिन्न प्रकार के Calculations करने, तथा Punch Cards मे Store Instructions के आधार पर Symbols के साथ कार्य करने , Program को Run में सक्षम था।

Analytical Engine को Design करने मे आधुनिक Computer के कई Basic Components जैसे CPU, Memory, Input/Output Devices आदि का Use किया गया।

 Analytical Engine का CPU कई Arithemetic Operations जैसे Addition, Substraction, Multiplication, Division तथा Logical Operations, Conditional Branching, Decision Making Process जैसे कार्यों को करने मे सक्षम था।

 इसकी Memory में Data तथा Instructions को Store करने की क्षमता थी Charles Babbage का Analytical Engine Machine Punch Cards में संग्रहित Programs के द्वारा Operate हो रहे थे, यही कार्य Charles Babbage के Machine के अन्य कार्यों से ज्यादा स्मरणीय पहलू था।

यह पहलू Machine की Programm ing ability को बताती है जो आज के Modern Computer के लिए Foundation बना इसी कारण Charles Babbage को "Father of Computer Science" कहते है। यद्यपि Charles Babbage आर्थिक और तकनीकी समस्याओं के कारण अपने जीवनकाल मे Analytical Engine को बनाने के कार्य को पूरा नहीं कर सका।
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Tabulating Machine(टैबुलेटिंग मशीन)

Tabulating machine को Tabulator या Tabulating system के नाम से भी जाना जाता है इसका आविष्कार Herman Hollerith के द्वारा जो की एक American Inventor और Statistician थे, ने किया।

यह एक Electromechanical Device है जिसका प्रयोग Data को Process और Summarize करने के लिए किया जाता है। Herman Hollerith के Tabulating Machine को उस समय बढ़ावा मिला जब इसका उपयोग 1890 मे United States के जनगणना मे Data Process करने के लिए प्रभावशाली तरीके से किया गया।

1880 मे Data Tabulation के लिए जो Traditional Manual Method का प्रयोग किया जाता था वह ज्यादा समय लेता था तथा उसमें गलतियां भी बहुत होती थी अतः Hollerith Hillerith ने Data के Automatic Process करने के लिए Punch Cards का प्रयोग किया।

1884 में Herman Hollerith ने Tabulating Machine Company को स्थापित किया जो बाद में वह Computing-Tabulating-Recording Company (CTR) बना और बाद मे उसे IBM नाम दिया गया।

अतः IBM(International Business Machines Corporation) Tabulating Machine के जानें माने Manufacture है जिनके Machine का प्रयोग Business, Government agencies और Research institutions मे किए जाते है। अतः हम कह सकते है कि Tabulating Machine आधुनिक Computer के अग्रदूत थे जिसने Data Processing Technology के विकास मे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

Different Analyzer(डिफरेंट एनालाइजर)

Different Analyzer पहला Electronic Computer था जिसे 1930 मे United States में प्रस्तावित किया गया। इसका आविष्कार Vannevar Bush द्वारा किया गया जो एक American Engineer, Inventor और Science Administrator थे।

 Different Analyzer एक Analog Computer था जिसे कई विभिन्न समीकरणों को हल करने के लिए बनाया गया था इस Machine में गणना करने के लिए Electrical Signals को Switch करने के लिए Vacuum Tube होते है।

Differential Analyzer Scientific Computing के क्षेत्र मे और कई Scientific और Engineering गणना कार्य के लिए महत्त्वपूर्ण उपलब्धि थी 

Mark I(मार्क I)

Mark I Computer को Automatic Sequence Controlled Calculator (ASCC) के नाम से भी जाना जाता है जो पहला Electromechanical Computers था।

इसे Howard Aiken द्वारा Harvard University में 1940 मे बनाया गया Mark I के विकास की शुरूवात 1937 में हुई 1944 मे समाप्त हुआ। Mark I एक बड़ा Machine था जो Mechanical Calculators, Electromechanical relays और electrical switches से मिलकर बना था।

 इस Machine में Data या Instructions को Input करने के Punched Card Tape का Use किया जाता था और यह विभिन्न Arithmetic Calculations करने मे सक्षम था। पहले समय के Computer जो पूरी तरह Machanical था उससे अलग Mark I में Electronic Components का प्रयोग किया गया तथा यह पहले से ज्यादा जटिल गणना करने मे सक्षम था।

 Mark I ने वैज्ञानिक शोध विशेषकर भौतिकी और इंजीनियरिंग क्षेत्रो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसका प्रयोग World War II के दौरान Atomic Weapons के Design से संबन्धित Calculation करने के लिए किया गया था।

ABC(एबीसी)

ABC (Atanasoff-Berry Computer) Computer दुनिया का पहला Electronic Digital Computer जिसे John Atanasoff जो एक Physicist थे और उसके Student Clifford Berry ने Iowa State University मे 1930 दशक के अंत मे और 1940 दशक के शुरुआत मे बनाया गया।

ABC बनाने का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में गणना करने के लिए प्रयुक्त Systems में Equations को Solve करने के लिए था।

ABC Computer में विशेष Features थे जैसे इसमे Calculation करने के लिए Binary System Use किए जाते थे और Data Store करने के लिए अलग से Memory का प्रयोग होता था।

ABC Computer ने भविष्य मे Electronic Digital Computing के विकास के लिए नीव रखी है और आज यह Computer के History में नीव की पत्थर के समान है।

ENIAC(एनिएक)

ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) General Purpose Electronic Computer था जिसे World War II के दौरान विकसित किया गया और 1945 मे इसका निर्माण पूरा हुआ ENIAC का Design जटिल Numerical Calculation को Solve करने और Military Purposes के लिए बनाया गया था।


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