What is RAM in Hindi - रैम क्या है

Random Access Memory (RAM) एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जिसका उपयोग अस्थायी रूप से उस Data को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है जिसे कंप्यूटर को जल्दी से Access करने की आवश्यकता होती है। 

इसे अक्सर कंप्यूटर सिस्टम की मुख्य मेमोरी या प्राथमिक मेमोरी के रूप में जाना जाता है। RAM Volatile मेमोरी है, जिसका अर्थ है कि बिजली बंद होने या बाधित होने पर इसमे उपस्थित Data खो जाती है। RAM कंप्यूटर को ऐसे Data रखने के लिए तेज़ और अस्थायी भंडारण स्थान प्रदान करता है जिसे प्रोसेसर को बार-बार Access करने की आवश्यकता होती है या उसे अभी Process किया जाना है।

जब आप Hard Disk या SSD(Solid StateDrive) Storages में सुरक्षित किसी File को खोलते है या Program को चालू करते है तब इन File या Program से संबन्धित Data, RAM में Load हो जाता है जिससे फायदा यह होता है कि Processor को ये Data इन धीमे स्टोरेज(HDD तथा SSD) की अपेक्षा RAM से बड़ी तेजी से प्राप्त कर लेता है किसी Computer में जितना RAM होगा उतना ही अधिक Data RAM में रखा जा सकता है जिससे Processor का Access Time कम हो जाने से Computer के Performance और Response में सुधार हो सकता है  
RAM को आम तौर पर Gigabyte (GB) में मापा जाता है।

यह ध्यान रखना आवश्यक है कि RAM में Data अस्थाई रूप से उतने समय तक Store रहेगी जब तक Computer On है Computer के बंद या बाधित हो जानें पर RAM के Data खो जाते है। 

Full form of RAM - रैम का पूरा नाम

RAM का पूरा नाम " Random Access Memory" है

Types of RAM in Hindi - रैम के प्रकार

RAM के निम्न प्रकार होते है
1) Dynamic Random Access Memory (DRAM)
2) Synchronous Dynamic Random Access Memory (SDRAM)
3) Static Random Access Memory (SRAM)
4) Non-Volatile RAM (NVRAM)
Read-Only Memory (ROM)

Dynamic Random Access Memory (DRAM)

DRAM का पूरा नाम Dynamic Random Access Memory है जिसका उपयोग Computer और Digital Devices में किया जाता है।

DRAM को "Dynamic" इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें Data को संग्रहीत रखने के लिए इसे लगातार Refresh करने की आवश्यकता होती है। DRAM Chip में प्रत्येक Memory Cell में एक Capacitor(इसमें Electric Charge Store करते है) और एक Transistor (Electric Signal के flow को control करने के लिए) होता है। 

Capacitor में Charge को 0 या 1 Bit Data से Represent किया जाता है| हालाँकि, समय के साथ Charge धीरे-धीरे खत्म हो जाता है, इसलिए इसे खोने से बचाने के लिए Data को नियमित रूप से Refresh किया जाना चाहिए।

DRAM Volatile Memory है, जिसका अर्थ है कि बिजली बंद होने पर यह Data खो देता है। 
DRAM तेज़ है जिसमे ऐसे Data जैसे Run हो रहा प्रोग्राम, Temporary Data, Operating System का Data Store किया जाता है जिसे कंप्यूटर के प्रोसेसर को तुरंत Access करने की आवश्यकता होती है

Synchronous Dynamic Random Access Memory (SDRAM)

SDRAM का अर्थ Synchronous Dynamic Random Access Memory है। जिसका उपयोग आधुनिक कंप्यूटर में किया जाता है। SDRAM एक Volatile Memory जिसमें Data को बनाए रखने के लिए इसे लगातार बिजली की आवश्यकता होती है।

SDRAM में "Synochronous" शब्द का अर्थ है यह कंप्यूटर के गति से काम करता है। यह अन्य पुराने प्रकार की Memory जैसे DRAM से तेज गति से Data Transfer करता है क्योंकि यह CPU के Clock की गति के अनुसार चलता है।
   
SDRAM के विभिन्न संस्करण हैं, जैसे DDR, DDR2, DDR3 और DDR4। इन संस्करणों में अलग-अलग गति, डेटा स्थानांतरण दर और वोल्टेज आवश्यकताएं हैं। प्रत्येक नया संस्करण पिछले वाले की तुलना में तेज़ और बेहतर है।

Static Random Access Memory (SRAM)

Static Random Access Memory(SRAM) एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है। यह Transister से बने एक विशेष सर्किट का उपयोग करके डेटा संग्रहीत करता है।
SRAM को "Static" कहा जाता है।

क्योंकि यह तब तक Data रखता है जब तक Device में Power हैं SRAM की खास बात यह है कि इसे DRAM के विपरीत Data को रखने के लिए लगातार Refresh करने की आवश्यकता नहीं होती है अर्थात इसे Data रखने के लिए निरंतर Power की आवश्यकता नही होती है।

SRAM आम तौर पर DRAM की तुलना में तेज़ और अधिक विश्वसनीय है, लेकिन यह अधिक महंगा भी है और अधिक Power का उपयोग करता है। SRAM का उपयोग उस Data को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है जिसे कंप्यूटर को तुरंत Access करने की आवश्यकता होती है। 

What is ROM in Hindi - रोम क्या है

Read Only Memory (ROM) एक विशेष प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जो बिजली बंद होने पर भी Data को हमेशा के लिए रखती है। यह RAM के समान Volatile Memory नही है जिसके Data बिजली बंद होते ही खो जाते इसे "Read Only Memory" इसलिए कहा जाता है क्योंकि आप इसमें संग्रहीत Data को केवल पढ़ सकते हैं, अन्य प्रकार की मेमोरी की तरह इसे आसानी से नहीं बदल सकते।

ROM बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह Computer या अन्य Electronic Devices को शुरू करने(Booting Up )में मदद करता है। इसमें हार्डवेयर आरंभ करने और ऑपरेटिंग सिस्टम शुरू करने के लिए आवश्यक Firmware और Instructions शामिल हैं।

इसका उपयोग आवश्यक सॉफ़्टवेयर को संग्रहीत करने के लिए भी किया जाता है जिसे तुरंत और लगातार एक्सेस करने की आवश्यकता होती है। ROM Chips को आमतौर पर Manufacturing के दौरान हार्डवेयर में Integrated किया जाता है और उपयोगकर्ताओं द्वारा इसे आसानी से संशोधित नहीं किया जा सकता है।

Full form of ROM - रोम का पूरा नाम

ROM का पूरा नाम "Read Only Memory" है

Types of ROM in Hindi - रोम के प्रकार

1)Masked Read Only Memory
2) Programmable Read-Only Memory (PROM)
3) Erasable Programmable Read-Only Memory (EPROM)
4) Electrically Erasable Programmable Read-Only Memory (EEPROM or E2PROM)

Masked Read Only Memory

Mask ROM एक Non-Volatile Memory है जो सूचनाओं को हमेशा के लिए संग्रहीत करती है। इसे Computer Chip बनाने के दौरान बनाया जाता है और इसमें एक बार जानकारी डालने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता है।

Mask ROM की अच्छी बात यह है कि इसमें संग्रहीत डेटा नही बदला जा सकता है, जो ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी को रखने के लिए उपयोगी है जिसे कभी भी बदलना नहीं जाना चाहिए। हालाँकि, इसकी कमियां यह है कि यदि कोई Error को सुधारने या Update की आवश्यकता होती है, तो एक पूरी तरह से नई Chips बनानी होगी, जो महंगी हो सकती है और इसमें बहुत समय लगता है।

Programmable Read-Only Memory (PROM)

Programmable Read-Only (PROM) एक प्रकार की Non-Volatile है जिसका उपयोग प्रारंभिक Computer या Electronic Devices में किया जाता है। इसमें Data या Program एक बार Store कर देने इसे आप बदल या मिटा नही सकते है आधुनिक Memory Technology जैसे EPROM और EEPROM जो आपको Data बदलने और मिटाने की अनुमति देते है,के आगमन से पहले PROM का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था।

Erasable Programmable Read-Only Memory (EPROM)

Erasable Programmable Read-Only Memory (EPROM) एक विशेष प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जो बिजली बंद होने पर भी Data को बनाए रखती है। यह Memory, Data को कई बार लिखने और मिटाने की अनुमति देती है।

EPROM में डेटा को मिटाने के लिए, हमें एक विशिष्ट समय के लिए पराबैंगनी (UV) प्रकाश का उपयोग करने की आवश्यकता होती है। यह प्रक्रिया मेमोरी को साफ़ करती है, जिससे यह एक विशेष प्रोग्रामिंग डिवाइस का उपयोग करके नए डेटा के साथ प्रोग्राम करने के लिए पुन: तैयार हो जाती है।

EPROM का उपयोग आमतौर पर पुराने कंप्यूटर सिस्टम और उपकरणों में महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर निर्देशों को संग्रहीत करने के लिए किया जाता था। लेकिन अब, उन्हें अधिकतर आधुनिक प्रकार की मेमोरी जैसे EEPROM और फ़्लैश मेमोरी द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया गया है क्योंकि इन नई प्रकार की मेमोरी को पराबैगनी प्रकाश की आवश्यकता के बिना इलेक्ट्रॉनिक रूप से मिटाया और पुन: प्रोग्राम किया जा सकता है, जिससे इसका उपयोग करना सरल और सुविधाजनक हो जाता है।

Electrically Erasable Programmable Read-Only Memory (EEPROM or E2PROM)

Electrically Erasable Programmable Read-Only Memory (EEPROM or E2PROM) एक विशेष प्रकार की मेमोरी है जो बिजली बंद होने पर भी जानकारी संग्रहीत कर सकती है। इसका उपयोग कंप्यूटर, फोन और कारों जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।

क्योंकि यह हर समय बिजली की आवश्यकता के बिना डेटा को सुरक्षित रख सकता है। EEPROM में Store Data को Electronic रूप से मिटाया जा सकता है इसलिए इसे EEPROM कहते है

Difference Between RAM and ROM in Hindi - RAM और ROM के बीच अंतर

1)
RAM Volatile memory है अर्थात इसमें Data अस्थाई रूप से Store होता है और बिजली बंद होने पर इसके Data खो जाते है।

ROM Non-volatile memory है अर्थात इसमें Data स्थाई रूप से Store होता है और बिजली बंद होने पर भी इसके Data नही खोते जाते है।

2)
RAM के Data को पढ़ा और लिखा किया जा सकता है जो Computer Operation के दौरान Data को दोनों अर्थात प्राप्त करने और सुधारने की अनुमति देते है।

ROM के Data को केवल Read किया जा सकता है लेकिन इसे User द्वारा लिखा और सुधारा नही जा सकता
 
3)
RAM का प्रयोग ऐसे Data या Program Instructions को Store करने के लिए किया जाता है जिसे CPU को जल्दी से Access करने की आवश्यकता होती है इसका प्रयोग Applications और Operating System को Run करने के लिए किया जाता है।
 
ROM का प्राथमिक उपयोग
मुख्य रूप से आवश्यक Instructions, Firmware और Software को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है जिन्हें Computer या Electronic Devices में स्थायी रूप से Embedded करने की आवश्यकता होती है। 

4)
RAM के मुख्य प्रकार मे शामिल है Dynamic RAM (DRAM) और Static RAM (SRAM) 

ROM के सामान्य प्रकारों मे शामिल है। PROM (Programmable Read-Only Memory), EPROM (Erasable Programmable Read-Only Memory) और EEPROM (Electrically Erasable Programmable
Read-Only Memory)

5)
RAM को ROM के अपेक्षा तेजी से Access किया जा सकता है
यह CPU को जल्दी से Data और Instructions को Access करने की अनुमति देता है जिससे Computer के Performance मे वृद्धि होती है।
 
ROM को RAM की अपेक्षा धीमे से Access किया जा सकता है लेकिन यह कोई महत्वपूर्ण चिंता का विषय नहीं है क्योंकि इसका उपयोग मुख्य रूप से महत्वपूर्ण Boot-up Instructions और Firmware को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है।

6)
RAM, सामान्यतः ROM की अपेक्षा महंगा है क्योंकि RAM मे Read/Write और तेजी से Access करने की क्षमता है 
ROM, RAM की अपेक्षा सस्ता है क्योंकि System मे इसका सीमित उपयोग है

 




 Related Post