Clients computer in Networking in Hindi
Networking में एक Client computer, एक Device है जो सूचनाओं या सेवाएं प्राप्त करने के लिए Sever से Connect होता है। Client, Files, Apps, Emails, या Web pages जैसी चीजों के लिए Server को Request करता है।उदाहरण के लिए जब आप Internet का उपयोग करते हैं तब आपका Computer या Phone Client है। यह Server को एक Website दिखाने के लिए या अपना Emails Check करने के लिए कहता है तब Server इस प्रकार कि सूचनाओं को वापस Client को भेजता है।
Client computers, एक Network के भाग होते है। कंपनी में कई Workers के Computers(Clients) एक Server से Connect होते हैं। इस प्रकार पर विभिन्न चीजों Printers, Files, या Internet को आपस मे Share कर सकते हैं।
Clients, अपने लिए ज्यादा सूचनाओं को Store नही करता है। वे अपनी जरुरत को पूरा करने के लिए Server पर निर्भर रहते हैं। यह Client-Server architecture कहलाता है। Server एक कठिन कार्य करता है और Client केवल Request करता है तथा Result को प्रदर्शित करता है।
उदाहरण के लिए जब आप एक Website में Login in होते हैं, आपका Computer(Client) Website के Server को आपके Account details के लिए पूछता है तब Server उन Details को Client को वापस भेजता है।
Types of Clients Computer in Hindi
Clients के निम्न प्रकार होते हैं।
1) Thin Client
2) Thick(Fat) Client
3) Hybrid Client
4) Zero Client
1)Thin Client
एक Thin client एक सरल Computer है जो अपने ज्यादातर कार्यों के लिए Server पर निर्भर होता। इसके पास ज्यादा Storage तथा Power नहीं होता और यह खुद से अच्छे से कार्य नहीं कर सकता है इसके बदले वह Server से Connect होता है जो Programs को Run करता है, Data Store करता है और और सभी कठिन कार्यों को संभाल सकता है।
Thin clients का Use Offices, Schools, या ऐसे स्थानों में होता है जहां एक ही प्रकार के Resources को कई Computers को Share करने की जरुरत होती है।
ये सस्ते है तथा इसका देखरेख करना आसान है क्योंकि इन्हें ज्यादा Power या Storage की जरुरत नहीं रहती है।
साथ ही Thin clients सुरक्षित रहता है क्योंकि अधिकांश Data, Server पर रहता है न कि Client पर।
लेकिन Thin clients को कार्य करने के लिए एक अच्छे Network connection की जरुरत होती है। यदि Network में Server चला जाए तो Thin client कार्य करना बंद कर देता है। तब भी यह अच्छे,सस्ते और कई स्थानों पर जहां कई Users है के लिए एक अच्छा Choice है।
2) Thick Client
एक Thick Client को Fat Client के नाम से भी जाना जाता है। यह अधिकांश कार्य खुद ही करता है। इसके अपने Storage, Processing power, और Software होते हैं। इसका मतलब है कि Server के Down होने या Internet न होने पर भी यह अपना कार्य स्वयं कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए एक
Thick client Programs जैसे Word processors, Spreadsheets, या Games खुद ही Run कर सकते है। जब आपको File, Software Document को Upadate या Backup करने की जरूरत होती है तब ही यह Server से Connect होते हैं।
एक Thick client के फायदे यह है कि या स्वतंत्र रूप से अपना कार्य करता है इसलिए तेज है तथा समस्त कार्यों के लिए यह Server पर निर्भर नहीं होता है। परंतु यह महंगा होता है और इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि इसे अपने लिए Hardware Software को Update करने की जरूरत होती है।
3) Hybrid Client
Hybrid Client, एक Computer है जिसमे Thin तथा Thick Client की विशेषताओं को शामिल करता है। यह Thin client के समान Data तथा Apps का Use करने के लिए Server का Use करता है। लेकिन यह Thick Client के समान स्वयं अपना कार्य भी करता है जब Server down रहता है या Internet नही रहता है।
यह गुण Hybrid client को ज्यादा लचीला बनाता है। जब यह Network से Connect होता है तो यह Server का Use करके तेजी से तथा आसानी से कार्य करता है लेकिन यदि Network down है तब भी यह इस पर संग्रहीत Data और Apps का उपयोग करके काम कर सकता है। अतः Hybrid Clients में Thin clients और Thick Clients दोनों से होने वाले फायदे का उपयोग कर सकते हैं।
4) Zero Client
एक Zero client, Computer का प्रकार है जिसके पास खुद के कोई Storage या Processing power नही होते हैं। यह खुद कोई Programs या Operating System Run नही करता बल्कि इन सभी कार्यों को करने के लिए वह एक Remote server से Connect होता है।
Zero clients, का Use अक्सर Virtual desktop setups के साथ होता है जहां पर कई Users को एक Central server से अपने Desktop और Applications को Access करने की जरूरत होती है
जब User Connect होता है तब Zero client यह प्रदर्शित करता है कि Server पर क्या है और वहां से Applications Run करता है।
यह सहायक है क्योंकि यह Management और Security को आसान बनाता है। सभी Data, Server पर संग्रहीत होते हैं इसका मतलब है कि Data के खो जाने का डर कम है क्योंकि Data एक Individual device पर Store नहीं होता।
Advantages of Clients Computer in Hindi
Clients Computer के निम्न फायदे है।
1) आप कई महंगे Server खरीदने के बजाए Clients Computer का Use करके Resources को Share कर सकते है।
2) आप Server के Data को कहीं से भी Access कर सकते हैं।
3) Data को Server में रखा जाता है न कि Client Computer में अतः आपको कम Storage की जरूरत होती है।
4) Server, Data को Protect करता है।
5) आप आसानी से Network पर कई Clients जोड़ सकते हैं।
6)Client Computer को कम Electricity की जरुरत होती है।
7) कई Clients Computer एक ही Data पर एक साथ कार्य कर सकते हैं।
8) कई Clients Resources जैसे Files, Printer, Storage आदि को Share कर सकते हैं।
9) आपको प्रत्येक Client के लिए Software खरीदने की जरूरत नहीं है।
Disadvantages of client computers in Hindi
Client Computer के निम्न नुकसान होते हैं i
1) यदि Server down हो जाता है तो Client Data प्राप्त नहीं कर सकता।
2) Clients, Servers के समान मजबूत नहीं है।
3) Client यदि सुरक्षित नहीं है तो उस पर आक्रमण हो सकता है।
4) ज्यादा Users होने पर Clients धीमा पड़ सकता है।
5) यदि Server fail हो जाता है तो Clients Data को खो सकता है।
6) Clients बिना Network connection के कार्य नहीं कर सकता।
7) Clients के पास Data संग्रहित करने के लिए कम Space होता है।
8) Data को Client तथा Server के बीच Move करने के लिए के लिए समय लगता है।
0 टिप्पणियाँ