Network Switch क्या है उसके प्रकार और वह कैसे कार्य करता है

Switch in Hindi 

Switch
Computer networks, में Switch एक Device है जो कई Computers और अन्य Devices को एक Local area network (LAN) में Connect करता है।
यह Hub से अलग है जो सभी Devices को Data भेजता है परंतु एक Switch उसी Device को Data भेजता है जिसे उसकी जरूरत है।

इस कार्य को करने के लिए वह एक MAC address table का उपयोग करता है। इस Table में प्रत्येक Device के Unique address और उसके Connection port की जानकारी रहती है। 

जब एक Device, Data भेजता है तब Switch, इस Table से Address की जांच करता है और Data को आगे सही Device को भेजता है। Switches, Networking के विभिन्न स्तरों(Levels) पर कार्य करता है लेकिन Layer 2 Switches सबसे सामान्य है जो Data को Link layer पर Manage करता है।

Switch, Network की Traffic हम करके कई Devices को एक समय में Communicate करने की अनुमति  देता है। Home तथा Business में अच्छे से Networking के लिए Switches महत्वपूर्ण है।

Types of Switch in Hindi - स्विच के प्रकार 

Switches के निम्न प्रकार होते हैं 
1) Unmanaged Switch  
2) Managed Switch  
3) PoE Switch (Power over Ethernet)  
4) KVM Switch

1) Unmanaged Switch  

Unmanaged switch एक सरल Device है जो कई Computers और Devices को एक Local area network (LAN) में Connect करता है और इस कार्य के लिए कोई विशेष Setup की आवश्यकता नहीं होती।

आपको केवल Plug करना है और यह तुरंत कार्य करना शुरू कर देता है।
ये OSI model के Layer 2 अर्थात Data link layer में कार्य करता है। यह सही Device पर Data भेजने के लिए MAC addresses का Use करते हैं।

Unmanaged switches छोटे Network जैसे Home , Small offices के लिए बेहतर है। इसे उपयोग करना सरल है और यह सस्ता है। लेकिन इसमें कई Advanced features जैसे Network traffic पर निगरानी रखना या Security को Setup करना, आदि की कमी है।

2) Managed Switch  

Managed switch एक Advanced device है। यह Users को Network Setting को Setup करने और उसे Monitor करने की सुविधा देता है।

ये OSI model के Layer 2 और Layer 3 दोनों में कार्य कर सकते हैं। इसका मतलब है यह MAC addresses का उपयोग करके Data भेज सकते हैं और IP addresses का उपयोग करके Data को Route कर सकते हैं।

Managed switches, Network traffic पर निगरानी रखने के लिए Tools प्रदान करते हैं जो Administrators को समस्याओं को ठीक करने और Network को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

Managed switches, Administrator  को विभिन्न प्रकार के Traffic को अलग करने की अनुमति देता है जिसके जिससे इसकी सुरक्षा में बढ़ोतरी होती है।

इसका मतलब है कि यह संवेदनशील Data को अन्य प्रकार के Data से अलग रखते हैं जिससे Data के Unauthorized access होने का जोखिम कम हो जाता है।

3) PoE Switch (Power over Ethernet)  

Power over Ethernet (PoE) switch एक Device है जो नियमित Ethernet cables के माध्यम से Data तथा Power दोनों को भेजते हैं। इसका मतलब है कि आप Device जैसे IP cameras,Wi-Fi access points और VoIP phones, को बिना अलग से Power cables  लगाए  Use कर सकते हैं।

एक PoE switch को Install करना सरल है क्योंकि आपको ज्यादा Wires की जरूरत नहीं रहती है। अतः आप ऐसे स्थानों पर Device connect कर सकते है जहां Electrical outlet नहीं है क्योंकि PoE switch, Ethernet cables के माध्यम से Power supply करने की क्षमता रखता है।

4) KVM Switch

A KVM switch का पूरा नाम Keyboard, Video, Mouse switch है जो आपको कई Computers को केवल एक Keyboard, Monitor, और Mouse के माध्यम से Control करने की सुविधा देता है। 

यह जगह बचाने के लिए बहुत अच्छा है और कई कंप्यूटर को एक स्थान पर Manage कर सकते हैं। KVM switches कई Devices को Connect करते हैं जिससे विभिन्न Computers के बीच एक Button या Shortcut key का Use करके बड़ी आसानी से Switch किया जा सकता  हैं। 

KVM switches, Cables संबंधित झंझटों से छुटकारा दिलाता है क्योंकि आप विभिन्न कंप्यूटरों को बिना हटाए या कुछ भी Unplug किए इसे तेजी से Access कर सकते हैं।

Function of switches in Hindi - स्विच के कार्य

Switches के कार्य निम्न है।
1) Devices को Connect करना:
Switches कई Computers, Servers, Printers, और अन्य Devices को एक साथ Connect करता है।

2) Data को आगे भेजना:
जब एक Device Data भेजता है तब Switch Destination address को Check करता है और उस Data को सही Device को इसे भेजता है।

3) Traffic को Manage करना:
Switches, महत्त्वपूर्ण Data को प्राथमिकता दे सकते हैं, ताकि महत्वपूर्ण Applications को अच्छी तरह से काम करने के लिए आवश्यक Bandwidth मिल सके।

4) Network का विभाजन करना:
Switch एक Network को छोटे भागों में विभाजित कर सकते हैं, जो सुरक्षा और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है।

5) Loop को रोकना:
Switches, Network में Loop को ढूंढ सकता है तथा उसे रोक सकता है जिसके कारण नेटवर्क में समस्याएं होती है।


How does Switch work in Hindi- स्विच कैसे कार्य करते है 

Switches निम्न प्रकार से कार्य करता है।
1) Data को प्राप्त करना:
जब एक Device, Data भेजता है तो यह Switch को जाता है।

2) Address की जांच करना:
Switch, Data के Destination address को देखता है कि इसे कहा जाना चाहिए।

3) Data को भेजना:
उसके बाद Switch, केवल सही Device को Data भेजता है न कि सभी Devices को अत: इस Network में Traffic कम हो जाता है।

4) Addresses को याद रखना:
Switch, जुड़े हुए Devices के Address को याद रखता है इससे Data को तेजी से भेजने में मदद मिलती है।

5) Traffic को Manage करना:
Switches, महत्वपूर्ण Data को प्राथमिकता देते हुए Traffic का अच्छे से Manage करता है ताकि Main Applications को पर्याप्त Bandwidth मिल सके।

Advantages of Switches in Hindi
Switches के निम्न फायदे है 
1) Switches, Data होने वाले टकराव को कम करता है जो Network को तेज बना देता है।

2) आप बड़ी आसानी से कई Devices को जोड़ सकते हैं। जो बढ़ते हुए व्यापार के लिए अच्छा है।

3) Switches, Device के Traffic को अलग रखना है जो Data को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

4) आप Switches का का उपयोग करके Network में ज्यादा Devices आसानी से जुड़ सकते हैं।

5) एक Switch का उपयोग करना मतलब आपके Cables के जरुरत को कम कर देना है जिससे आपका जगह साफ रहता है।

6) विभिन्न प्रकार की जरुरत को पूरी करने के लिए विभिन्न प्रकार के Switches होते हैं जैसे Managed और Unmanaged switches 

7) कुछ Switches जैसे Virtual networks आपके Network को संगठित और सुरक्षित रखता है।

8) Managed switches के साथ कई Tools आते हैं जो आपके नेटवर्क संबंधित समस्याओं को आसानी से देखने और उसे ठीक करने में मदद करते हैं।

9) कुछ Switch एक ही Cable के माध्यम से फोन जैसे Device को Power दे सकते हैं।

Disadvantages of Switch in Hindi

Switches के निम्न नुकसान है
1) Switches, खरीदने के लिए महंगे हो सकते हैं विशेष कर जब आप ज्यादा Advanced Switch खरीदते हैं।

2) Switches को Setup तथा Manage करना आसान नहीं है इसके लिए इस कार्य में दक्ष व्यक्ति की जरूरत पड़ सकती है।

3) यदि Switch कार्य करना बंद कर दे तो इससे जुड़े Devices भी आपस में Communicate करना बंद कर देंगे।

4) यद्यपि Switch, Hub से ज्यादा तेज है तब भी जब Network Busy होता है Switch के कार्य मे देरी हो जाती है।

5) Switches, Electricity का Use करता है जिससे इसका लागत बढ़ जाता है विशेष कर बड़े Networks में ऐसा हो सकता है।

6) यदि Switches को सही ढंग से सुरक्षित न किया जाए तो यह Hack हो सकता है।

7) बड़े नेटवर्क में कई Switches को Manage करना चुनौती भरा हो सकता है।

8) आप एक निश्चित संख्या में Devices को Switch से Connect कर सकते हैं। जो इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कितने Ports हैं।