ईमेल प्रोटोकॉल क्या है? इसके प्रकार और कैसे कार्य करता है
 

ईमेल प्रोटोकॉल क्या है - Email Protocols in Hindi 


Email protocols, नियमों का समूह है जो लोगों को इंटरनेट पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर इमेल भेजने में मदद करता है। जब आप ईमेल भेजने हैं तब प्रोटोकॉल यह सुनिश्चित करता है कि यह इमेल आपके कंप्यूटर या फोन से ईमेल सर्वर पर जाए और वहां से उस व्यक्ति के पास जाए जिसे आप भेजना चाहते हैं।

जब आप ही इमेल प्राप्त करते हैं तब प्रोटोकॉल आपको सर्वर से आपके Device पर ईमेल प्राप्त करने में मदद करता है। ये प्रोटोकॉल यह सुनिश्चित करता है कि ईमेल सही ढंग से भेजा, प्राप्त और संग्रहित किया जाए।

कुछ प्रोटोकॉल केवल भेजने के लिए और कुछ केवल प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये आपको विभिन्न डिवाइस पर ईमेल को Check करने या एक स्थान में सुरक्षित करने में भी मदद करते ।

इन प्रोटोकॉल के बिना, ईमेल अच्छी तरह से काम नहीं करेंगे, और आप आसानी से संदेश भेजने या प्राप्त करने में सक्षम नहीं होंगे।वे यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं कि ईमेल संचार हर जगह सुचारू रूप से काम करे।

जब हम Email भेजते है तब निम्न तकनीकों का अनिवार्य रूप से शामिल होना जरुरी है।
1) Sender(Message भेजने वाला Computer)
2) Receiver(Message प्राप्त वाला Computer)
3) Internet या Network Connection
4)Email Server


ईमेल प्रोटोकॉल्स के प्रकार 


Email भेजने हेतु प्रयोग मे आने वाले Protocols निम्न है
1) SMTP
2) POP
3) IMAP
4) MIME

SMTP(Simple Mail Transfer Protocol)

इसका पूरा नाम Simple Mail Transfer Protocol है इस Protocol के कारण ही Email एक Computer से दुसरे Computer तक पहुंच पाते है। 

SMTP, TCP/IP Family का Protocol हैं जो Application Layer मे कार्य करता है। Internet मे उपस्थित प्रायः हर Website Email भेजने की सुविधा देने के लिए इस Protocol का प्रयोग करते है।

Email कार्य के लिए बने Software को इस प्रकार Design किया गया है कि ये Email Software SMTP Protocol का प्रयोग कर सके। 

SMTP भरोसेमंद तथा इसका Setup आसान है। SMTP, Systems के बीच Email द्वारा Communication को सरल बनाता है।

SMTP के मुख्य कार्य

SMTP के मुख्य कार्य निम्न है।
1) एक Sender के Email client से Recipient के Email server, को Email भेजता है।

2) विभिन्न Mail servers के बीच Emails को forward करता है।

3) जरूरत पड़ने पर Emails को एक सर्वर से दूसरे सर्वर पर प्रसारित करता है।

4) यदि Emails, Deliver नहीं हो सका तो Errors का Report करता है।

5) यदि Recipient का Server अनुपलब्ध है तो Emails को पकड़कर रखता है और बाद में पुनः भेजने का प्रयास करता है।

POP(Post Office Protocol)

इसका पूरा नाम Post Office Protocol है जब हम एक Computer से दूसरे Computer मे Mail भेजते है और Receive करने वाला Computer उस Mail को लेने के लिए तैयार नही है अर्थात Online नही है। 

तब वह Mail Receive करने वाले के Mail Server या Pop Server मे रहता है जैसे ही Receiver अपने Local Email Client पर Login होता है। तब Mail Server मे उपस्थित Mail POP Protocol के द्वारा Receiver को उसके Email Client Software मे मिल जाता है।

अतः हम कह सकते है कि POP Protocol का प्रयोग E-mail Server से Email Client मे Mail प्राप्त करने के लिए किया जाता है। 
POP के दो संस्करण होते है
POP2 तथा POP3

POP2 को Email भेजने के लिए अनिवार्य रूप SMTP Protocol की आवश्यकता होती है। जबकि POP3 Email भेजने के लिए SMTP Protocol का प्रयोग कर सकता है और बिना SMTP Protocol के भी Email भेज सकता है।

POP3 के मुख्य कार्य

POP3 के मुख्य कार्य निम्न है। 

1) POP3, आपको Emails को सर्वर से अपने डिवाइस पर download करने की अनुमति देता है।

2) Download होने के बाद यह सर्वर से Emails को Delete करता है।

3) POP3 आपके डिवाइसेज जैसे कंप्यूटर या फोन पर Emails को संग्रहित करता है।

4) इसे एक समय में एक डिवाइस से Emails Access करने के लिए Design किया गया है।

5) POP3, Connect तथा Download करने के लिए Basic commands का उपयोग करता है।

IMAP(Internet Message Access Protocol)

इसका पूरा नाम Internet Message Access Protocol है IMAP Protocol का प्रयोग भी POP3 Protocol के समान ही Mail Server से Mail को प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

दोनों मे मुख्य अंतर यह है कि POP3 Protocol सारे Mails को Mail Server से हमारे Local Computer पर Download करता है और Server से उन Mails को Delete कर देता है।

लेकिन IMAP Protocol Mail को हमारे Local Computer पर Download करने के साथ ही इस Mail की एक Copy Server पर छोड़ देता है।

अतः हम Mail Server से भी उस Mail को पढ़ और पुनः प्राप्त कर सकते है लेकिन इससे Mail Server का कार्यभार बढ़ जाता है।

MIME(Multipurpose Internet Mail Extension)

इसका पूरा नाम Multipurpose Internet Mail Extension है इस Protocol का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार के Data Files जैसे audio,video, image, Application programs, Non -ASCII Data तथा ASCII Data को Email में शामिल या Attach कर Internet मे एक System से दूसरे System मे भेज या प्राप्त कर सकते है

क्योंकि SMTP Protocol की अपनी निम्न सीमाएं है जिसका समाधान MIME Protocol है।
1) SMTP Executable तथा Binary File को Transfer नही कर सकता है।

2) SMTP अन्य Language जैसे French, Japanese, Chinese आदि के Text Data को Transmit नही कर सकता है।

3) यदि कोई Mail की Size निर्धारित Size से ज्यादा है तब SMTP Protocol उसे Reject कर देता है।

4) SMTP Protocol Non Textual Data जैसे Image, Audio, Video, Picture आदि को Handle नही कर सकता है।



ईमेल प्रोटोकॉल कैसे कार्य करता है।


Email protocols, Devices और Servers के बीच ईमेल कैसे भेजा और प्राप्त किया जाता है इसका मार्गदर्शन करते हुए कार्य करता है।

जब आप एक ईमेल भेजने हैं तब प्रोटोकॉल इससे सबसे पहले इसे आपके Device से एक Mail server को भेजता ह।

Mail server उस Email को Recipient के server में आगे भेजता है। इस प्रक्रिया को करने के लिए एक Sending protocol का उपयोग किया जाता है। 

एक बार Recipient का server Email प्राप्त कर लेता है तब अन्य प्रोटोकॉल उस Email के Recipient के Device में Deliver करने में मदद करता है।

Emails को प्राप्त करने के लिए प्रोटोकॉल या तो आपकी डिवाइस पर उसे डाउनलोड करता है या उसे कई Devices द्वारा Access करने के लिए सर्वर में बनाए रखता है।

प्रत्येक प्रोटोकॉल के अपने स्वयं के कार्य होते हैं। कोई प्रोटोकॉल भेजने के लिए कोई प्राप्त करने के लिए और कोई संग्रहित ईमेल को Manage करने के लिए होता है।

यह प्रोटोकॉल सुनिश्चित करते हैं कि ईमेल सुरक्षित और जल्दी से इंटरनेट पर Travel करें, इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे कहां जा रहे हैं। बिना इसके ईमेल सिस्टम संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए एक साथ ठीक से काम नहीं कर पाएंगे।

SMTP, Pop3 और IMAP में अंतर - Difference between SMTP, Pop3 and IMAP in hindi

1) SMTP:
यह Emails भेजने के लिए है।
POP3:
यह Emails प्राप्त तथा उसे डाउनलोड करने के लिए है। 
IMAP:
यह Emails प्राप्त करने के लिए है 

2) SMTP:
यह केवल Emails भेजता है।
POP3:
यह केवल Emails प्राप्त करता है।
IMAP:
यह केवल Emails प्राप्त करता है।

3) SMTP:
यह Emails को सुरक्षित नहीं करता है।
POP3:
यह Emails को आपके Devices पर सुरक्षित करता है और Server से हटा देता है।
IMAP:
यह Emails को Server रखता है ताकि आप विभिन्न Devices से इसे Access कर सके।

4) SMTP:
यह प्राप्त किए हुए Emails को प्रदर्शित नहीं कर सकता है।
POP3:
Emails को केवल उस Device पर दिखाता है जहां से उन्हें डाउनलोड किया गया है। 
IMAP:
इंटरनेट कनेक्शन वाले किसी भी Device पर Emails को दिखाता है। 

5) SMTP:
यह Emails भेजने के लिए तेज है।
POP3:
यह Download करने के लिए तेज है। लेकिन कई Devices में यह धीमा है।
IMAP:
यदि धीमा है।

6) SMTP:
इसके पास Offline access नहीं है। POP3:
यह आपको ईमेल Access करने की अनुमति देता है। 
IMAP:
यह पूरी तरह Offline access की अनुमति नहीं देता है क्योंकि ईमेल सर्वर पर ठहरता है।

7) SMTP:
यह Emails को Manage नहीं करता है।
POP3:
इसके पास एक डिवाइस पर Basic email management है।
IMAP:
यह आपको Devices पर ईमेल Organize और Manage करने की अनुमति देता है।