Cyber threats in hindi - साइबर खतरा क्या है
Cyber threats खतरनाक होते हैं जो computers, networks या digital systems को नुकसान पहुंचाते हैं। इन्हे हैकर्स या हानिकारक सॉफ्टवेयर द्वारा सूचना की चोरी करने, उन्हे क्षति पहुंचाने, या बाधित करने के लिए बनाए जाते हैं।इन खतरों में आमतौर पर viruses, phishing और ransomware शामिल हैं
Viruses फाइलों को नुकसान पहुंचाते हैं, Phishing, लोगों से पासवर्ड प्राप्त करने के लिए उन्हें गुमराह करते हैं और Ransomware जब तक भुगतान नहीं हो जाता तब तक वे systems को lock कर देते हैं।
Viruses फाइलों को नुकसान पहुंचाते हैं, Phishing, लोगों से पासवर्ड प्राप्त करने के लिए उन्हें गुमराह करते हैं और Ransomware जब तक भुगतान नहीं हो जाता तब तक वे systems को lock कर देते हैं।
Cyber threats, fake emails, websites, या असुरक्षित networks के माध्यम से आते हैं। वे व्यक्ति, व्यवसाय और सरकारो के लिए मुसीबत का कारण बनते हैं। इनसे सुरक्षित रहने के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना, अज्ञात लिंक को click करने से बचना और अपने डिवाइस को update करते रहना चाहिए।
Antivirus programs और firewalls भी threats के विरोध में बचाव करते हैं। अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए बड़ी सावधानी से online रहना महत्वपूर्ण है।
Meaning of Cyber threat in Hindi - साइबर खतरा का अर्थ
Cyber threat कोई भी ऐसी गतिविधि जो Digital devices या network से जानकारी को नुकसान पहुंचाने या चोरी करने का प्रयास करती है। कुछ चीजे जैसे hacking, viruses, और phishing शामिल होती है।
ये threats सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं पैसों की चोरी कर सकते हैं या निजी जानकारियों को प्रकट कर सकते हैं। वे विभिन्न स्रोतों जैसे hackers या harmful software से आते है।
Definition of Cyber threats in hindi - साइबर खतरा की परिभाषा
1) "Cyber threat, Internet या Technology का उपयोग करके digital devices या networks की सूचना को चोरी या बाधित करने का प्रयास करना है।"2) "एक Cyber threat कोई भी ऐसा खतरा है जो computers, networks या digital systems को क्षति या सुचना को चोरी करने का प्रयास करते हैं।"
3) "Cyber threat तब होता है जब कोई Data चुराने या नुकसान पहुंचाने के लिए कंप्यूटर सिस्टम पर हमला करने या उसे hack करने की कोशिश करता है"
Types of cyber threats in hindi - साइबर खतरे के प्रकार
साइबर खतरे के निम्न प्रकार होते है
1) Phishing
2) Ransomware
3) Malware
4) Denial of Service (DoS)
5) Spyware
6) Botnet software
7) Trojan Horses
1) Phishing
2) Ransomware
3) Malware
4) Denial of Service (DoS)
5) Spyware
6) Botnet software
7) Trojan Horses
Phishing
Phishing एक प्रकार का cyberattack है जहां पर criminals, लोगों की निजी जानकारी जैसे passwords, bank details आदि को प्राप्त करने के लिए उन्हें भरमाने की कोशिश करते हैं।वे अक्सर इस कार्य को करने के लिए fake emails या messages भेजते हैं जो देखने से ऐसा लगता है कि यह trusted sources, जैसे bank या online store से आया है।
यह message आमतौर पर लोगों को एक link पर click करने या निजी जानकारी प्रदान करने के लिए कहता है। यदि व्यक्ति भ्रम में पड़कर जानकारी देता है या link पर click करता है, तो उसकी जानकारी चुरा ली जाती है।
अचानक आने वाले message के प्रति सतर्क रहना महत्वपूर्ण है और किसी भी link पर click करने से पहले यह जांच कर लेना चाहिए कि वह कहां से आया है।
Ransomware
Ransomware एक प्रकार का malicious software है जो व्यक्ति के files या computer system को lock या encrypts कर देता है। Attacker files या computer system को unlock करने के लिए पैसे की मांग करता है।Ransomware आमतौर पर हानिकारक email links या संक्रमित websites के माध्यम से फैलता है। एक बार जब किसी व्यक्ति का कंप्यूटर संक्रमित हो जाता है तब उस पीड़ित व्यक्ति को एक message प्राप्त होता है जिसमें उन्हें पुन: अपने data को access करने के लिए पैसा की मांग की जाती है।
भले ही पीड़ित व्यक्ति द्वारा पैसे का भुगतान कर दिया जाता है तब भी इस बात की कोई गारंटी नहीं रहती कि attacker पीड़ित व्यक्ति को पुनः उसके files पर नियंत्रण दे देगा।
Ransomware के खिलाफ बचाव के लिए यह महत्वपूर्ण है कि निमित्त रूप से files का backup लेना, संदेहजनक लिंक पर क्लिक करने से बचना और मजबूत security software का उपयोग करना।
Malware
Malware हानिकारक सॉफ्टवेयर है जिसका निर्माण computers और devices को क्षति पहुंचाने या उस पर नियंत्रण रखने के लिए किया जाता है।यह व्यक्तिगत सूचना को चोरी कर सकता है, फाइलों को क्षति पहुंचा सकता है या सिस्टम को कार्य करने से रोकने का कारण बन सकता है।
Malware संक्रमित email attachments, websites, या software के माध्यम से फैल सकता है। malware कई प्रकार की होती है जिसमें viruses, spyware, और ransomware शामिल है।
एक बार कंप्यूटर संक्रमित हो जाता है तब malware उस पर control कर सकता है, data चोरी कर सकता है या यहां तक कि अन्य systems पर हमला करने के लिए भी इसका उपयोग कर सकता है।
malware से सुरक्षित रहने के लिए antivirus software का उपयोग करना, संदेहजनक लिंक से दूर रहना और अपने डिवाइस की सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से update करते रहना चाहिए।
Denial of Service (DoS)
Denial of Service (DoS), cyberattack का एक प्रकार है। इसमें websites या servers सही ढंग से करना बंद कर देता है। एक Attackers किसी वेबसाइट या सर्वर पर बहुत अधिक traffic या fake request भेजता है। इससे वेबसाइट या सर्वर काम करना बंद कर देते हैं। यह system को Overload कर देते है, जिससे यह धीमा या क्रैश हो जाता है।Attacker अपने resources का उपयोग करके कई requests भेजते हैं और real users को service access करने से रोकते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य access को block कर देना है न कि Data की चोरी करना। DoS attacks अक्सर websites, online services, या networks को target करते हैं।
इस प्रकार के आक्रमण में एक device या computer शामिल होते है परंतु जब इस कार्य में कई डिवाइस शामिल होते हैं तो यह Distributed Denial of Service (DDoS) attack कहलाता है।
इस प्रकार के आक्रमण को रोकने के लिए मजबूत security measures और traffic पर निगरानी रखना आवश्यक है।
इस प्रकार के आक्रमण को रोकने के लिए मजबूत security measures और traffic पर निगरानी रखना आवश्यक है।
Spyware
Spyware हानिकारक सॉफ्टवेयर है जो आपके कंप्यूटर गतिविधियों को गुप्त रूप से निगरानी रखता है। यह आपके browsing history को track करता है, passwords को record करता है या आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे credit card details को collect करता है।जब आप संदेहजनक software को download करते हैं, हानिकारक link पर क्लिक करते हैं, या असुरक्षित वेबसाइट को visit करते हैं तब Spyware install हो सकता है।
एक बार जब यह install हो जाता है यह आपकी जानकारी के बिना background में run होता है।
spyware से स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए antivirus software का उपयोग करना, अविश्वसनीय प्रोग्राम को download करने से बचना करें और संदिग्ध प्रतीत होने वाले emails या websites से सावधान रहना चाहिए।
Botnet software
Botnet software एक प्रकार का हानिकारक प्रोग्राम है जो hackers को कई संक्रमित डिवाइसेज जैसे computers या smartphones पर नियंत्रण लेने की अनुमति देता है।ये devices "bots" या "zombies." कहलाते है।
एक बार संक्रमित हो जाने के बाद hacker (botmaster) इन devices का उपयोग करना शुरू करते हैं और इन devices के मालिकों को इनके बारे मे जानकारी नहीं रहती ।
hacker इन devices का उपयोग
spam emails भेजने , सूचना को चोरी करने या अन्य वेबसाइट पर आक्रमण करने के लिए करते हैं।
spam emails भेजने , सूचना को चोरी करने या अन्य वेबसाइट पर आक्रमण करने के लिए करते हैं।
Botnets, malicious websites या संक्रमित email attachments के माध्यम से फैलता है। botnet से बचने के लिए एक मजबूत security software का होना और नियमित रूप से devices को update करते रहना महत्वपूर्ण है। नियमित स्कैन और सुरक्षित browsing की आदत भी botnet infection से बचने में मदद करते हैं।
Cyber threat से बचाव
Cyber threat से निम्न प्रकार से बचाव कर सकतें है1) सभी accounts के लिए unique और strong passwords का उपयोग करना।
2) Two-factor authentication को चालू रखना। यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है उसमें real user को identify करने के लिए एक code को आपके फोन पर भेजा जाता है।
हैI
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3) Antivirus software को install करना और उसे अपडेट करते रहना ताकि हानिकारक प्रोग्राम को block किया जा सके।
4) अपने system और Apps को नियमित रूप से update करना ताकि सुरक्षा संबंधित कमजोरियो को ठीक किया जा सके।
5) अज्ञात links या downloads की प्रति सतर्क रहना क्योंकि उसमें viruses या spyware हो सकते हैं।
6) असुरक्षित नेटवर्क ट्रैफिक को block करने के लिए firewalls को चालू करना।
7) अपने Wi-Fi को मजबूत पासवर्ड के साथ सुरक्षित करना। संवेदनशील कार्यों के लिए public Wi-Fi का उपयोग करने से बचना। ज्यादा सुरक्षा के लिए एक VPN का उपयोग करना।
8) अक्सर अपनी फाइलों का backup लेना यदि आक्रमण हो जाता है तो यह data को recover करने में मदद करता है।
9) जोखिमों से बचने के लिए threats जैसे phishing और ransomware के बारे में सीखना।
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