What is ALOHA in hindi - अलोहा क्या है उसके प्रकार और उपयोग 

What is ALOHA in hindi

ALOHA, network पर data भेजने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक सरल प्रोटोकॉल है। इसे 1970 दशक में wireless communication के लिए हवाई विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया था। 

इसे Wireless LAN के लिए design किया गया है। परंतु इसका उपयोग shared network में भी किया जा सकता है। इसमें जब दो या दो से अधिक system data(frames) भेजने का प्रयास करते है तब उनके frames के बीच टकराव होता है और frames deliver नही पाता।

इसके बावजूद भी यह एक महत्वपूर्ण प्रोटोकॉल है और बेहतर सिस्टम जैसे Wi-Fi और mobile communication के लिए नींव बन गया है। यह अभी भी उन systems में उपयोग किए जाते हैं जहां कभी-कभी frame भेजने की जरूरत होती है।
 

Types of ALOHA in hindi - ALOHA के प्रकार 

ALOHA के निम्न प्रकार होते है 
1) Pure ALOHA  
2) Slotted ALOHA  

Pure ALOHA 

Pure aloha

Pure ALOHA एक Basic protocols है जिसका wireless networks में किया जाता है जहां पर Devices बिना यह जांच करे कि communication channel free है या नहीं, कोई भी समय frame भेजता है 

जब एक device को frame भेजना रहता है तब वह उसे Communication channel पर भेजता है। यदि कोई अन्य device उस समय frame नहीं भेज रहा है तब तो पहले device द्वारा भेजे गए frame को सही तरीके से प्राप्त कर लिया जाता है। 

परन्तु यदि दो devices एक समय में frame भेज रहे होते हैं उस समय उनके frames के बीच में टकराव होता है और frame खो जाते है। टकराव के बाद दोनों devices फ़िर से frame भेजने की पहले कुछ समय इंतजार करते हैं और पुन: frame भेजते हैं। 

उन devices के द्वारा इंतजार किए जानें के कारण अन्य टकराव होने से बचाव होता है। Pure ALOHA का उपयोग करना सरल है परंतु यह कुशल नहीं है क्योंकि अक्सर इसमें टकराव होते हैं विशेष कर तब जब ज्यादा devices frame भेजने हैं। 

इन बार-बार होने वाली टक्करों के कारण केवल 18.4% transmission ही सफल होते हैं। Pure ALOHA की सबसे बड़ी कमियां है कि उनके frames के बीच में टकराव होने की संभावना ज्यादा होती है।

Pure ALOHA के लिए उपयोग किया जाने वाला फार्मूला
S = G. e^{-2G}
यहां पर 
S :
यह frames को भेजने के लिए success rate 
G:
frames भेजने के लिए किए गए प्रयासों की औसत संख्या है।

जब (G = 0.5), रहता है तब सर्वोत्तम दक्षता लगभग 18.4% है। इसका मतलब है कि transmission का केवल 18.4% ही सफलतापूर्वक भेजा जाता है।

ऊपर का formula दिखाता है कि प्रयास (attempts)और टकराव (collisions), Success rate को कैसे प्रभावित करते हैं। 

Slotted ALOHA  

Slotted aloha

Slotted ALOHA, Pure ALOHA का एक सुधरा हुआ संस्करण है जो wireless networks मे frame के बीच टकराव को कम करने में मदद करता है। Slotted ALOHA, में time को बराबर slots में बांटा जाता तथा, frames को विशिष्ट time slots में ही भेजा जाता है।

प्रत्येक device केवल एक time slot के शुरुवात मे ही एक frame भेज सकता है। इससे टकराव की संभावना कम हो जाती है क्योंकि devices को उनके frames को सही slot पर भेजने के पहले इंतजार करना होता है अर्थात उन्हें पता रहता है कि frame भेजने का अगला खाली समय कब है।

यदि दो devices एक ही slot time में frame भेजते है तो टक्कर अब भी होती है लेकिन Pure ALOHA की तुलना में यह कम बार होता है।

Slotted ALOHA, Pure ALOHA से ज्यादा प्रभावशाली है क्योंकि यह frame भेजने के लिए विशिष्ट समय निर्धारित करता है। इससे टकराव कम करने में मदद मिलती है क्योंकि device केवल सही समय पर frame भेजते हैंl 

Slotted ALOHA की दक्षता 36.8% है। इसका मतलब कि Transmissions का 36.8% सफल होता है। यह Slotted ALOHA को ज्यादा devices या ज्यादा traffic वाले नेटवर्क के लिए बेहतर विकल्प बनाता है।

Slotted ALOHA के लिए उपयोग किया जाने वाला फार्मूला
S = G. e^{-2G}
यहां पर 
S :
यह frames को भेजने के लिए success rate 
G:
frames भेजने के लिए किए गए प्रयासों की औसत संख्या है।

जब (G = 1), रहता है तब सर्वोत्तम दक्षता लगभग 36.8% है। इसका मतलब है कि frames का केवल 36.8% की सफलतापूर्वक भेजा जाता है। इसका मतलब है कि 
Slotted ALOHA, Pure ALOHA से बेहतर कार्य करता है।

Uses of ALOHA in Hindi - ALOHA का उपयोग 
ALOHA के निम्न उपयोग है 
1) प्रारंभिक wireless networks में इसका उपयोग data भेजने के लिए किया जाता है।
 
2) satellites और ground stations के बीच data भेजने में मदद करता है।

3) इसने Mobile communication systems की नींव रखी।

4) इससे Wi-Fi system में टकराव से निपटने के तरीके विकसित करने में मदद मिली।

5) इसने Local networks के लिए ethernet विकास में योगदान  दिया 

6) power को बचाने के लिए सरल IoT systems में इसका उपयोग किया जाता है।

7) इसका उपयोग Shared radio channel को नियंत्रित करने के लिए system में किया जाता है।

8) Telecommunication systems में data traffic को manage करने में मदद करता है।

9) network कैसे व्यवहार करते हैं इसकी study करने के लिए Research में इसका उपयोग किया जाता है।

10) नेटवर्क प्रोटोकोल और टकराव कैसे कार्य करता है इसके बारे में सीखता है।

Difference between Pure ALOHA and Slotted ALOHA in Hindi 

1) Pure ALOHA:
इसमें कोई time slots, नही है
Slotted ALOHA:
इसमें fixed time slots है

2) Pure ALOHA:
यह कम कुशल है, लगभग 18.4%
Slotted ALOHA:
यह ज्यादा कुशल है, लगभग 36.8%

3) Pure ALOHA:
इसमें किसी भी समय टकराव होता है
Slotted ALOHA:
इसमें केवल time slots की शुरुआत में टकराव होता है 

4) Pure ALOHA:
इसमें सिंक्रनाइज़ेशन की जरूरत नहीं होती है। 
Slotted ALOHA:
इसमें devices को time slot के लिए के लिए सिंक्रनाइज़ करना पड़ता है।

5)Pure ALOHA:
इसमे frames कभी भी भेजा जा सकता है।
Slotted ALOHA:
frames को केवल time slots के शुरुवात में भेजा जा सकता है।

6) Pure ALOHA:
इसमे टकराव की संभावना अधिक है।
Slotted ALOHA:
इसमे टकराव की संभावना कम है।

7) Pure ALOHA:
इसमे Channel का उपयोग कभी भी किया जा सकता है।
Slotted ALOHA:
इसमे Channel का उपयोग निश्चित time slot मे होता है।

8)Pure ALOHA:
यह कम devices को संभाल सकता है।
Slotted ALOHA:
यह ज्यादा devices को संभाल सकता है। 
 
9) Pure ALOHA:
इसे set up करना आसान है। 
Slotted ALOHA:
time slots के कारण इसे setup करना ज्यादा जटिल है।

10) Pure ALOHA:
कुछ समय इंतजार करने के बाद recovery होता है।
Slotted ALOHA:
अगले time slot का इंतजार करने के बाद recovery होता है।