Characteristics of Database Management System (DBMS) in Hindi - DBMS की विशेषताएं

Database Management System (DBMS) एक software है जो आपको आसानी से data को संग्रहित करने, व्यवस्थित करने और प्राप्त करने में मदद करता है। 

यह data को सुरक्षित, संगठित और आसानी से access होने के लिए कई विशेषताओं को प्रदान करता है जो निम्न है।
Database features

Data Abstraction:

DBMS, data कैसे संग्रहित किया जाता है जैसे जटिल विवरणों को छुपाता है। इससे Users को इस बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है कि Data को भौतिक रूप से कैसे संग्रहित किया जाता है। 

इसके तीन स्तर होते हैं 
Physical level:  data को कैसे वास्तविक रूप से संग्रहित किया गया है।

Logical level: किस प्रकार का data संग्रहित किया गया है।

View level:  Users, data को कैसे देखते और उपयोग करते हैं।

Data Independence:

DBMS यह सुनिश्चित करता है कि जब data को store करने का तरीका बदलता है, तो applications को data का उपयोग करने के तरीक़े को बदलना नहीं  पड़ता। 

इसका मतलब है कि आप data को रखने का तरीका बदल सकते हैं, लेकिन applications को बिना बदले data का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ये दो प्रकार के होते है
1) Logical Data Independence: 
Data के logical structure में बदलाव users को प्रभावित नही करता है।

2) Physical Data Independence: physical storage में बदलाव logical structure को प्रभावित नही करता है।

Data Security

DBMS यह नियंत्रित करने के द्वारा की कौन data को access कर सकता है data को सुरक्षित रखता है। 

यह सुनिश्चित करता है कि केवल authorized people ही data को read, modify, या delete कर सकते है। अतः data unauthorized access से बचा रहता है।

Data Integrity:

DBMS सुनिश्चित करता है कि संग्रहीत data सटीक और सही है। इसके लिए विभिन्न rules का उपयोग किया जाता है जो निम्न है।

Primary Keys: 
एक टेबल में प्रत्येक record को विशिष्ट रूप से पहचान करता है।

Foreign Keys: यह सुनिश्चित करता है कि tables के बीच relationships वैध है।

Unique Constraints: 
यह सुनिश्चित करता है कि fields में कोई duplicate मान न हों।

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No duplicate data:

DBMS, Data की दोहराव को कम करता है। यह data को इस प्रकार से संगठित करता है कि अनावश्यक रूप से data का दोहराव नही होता इससे storage space बचता है तथा Data को manage करना सरल हो जाता है।

Data Backup and Recovery:

DBMS स्वचालित रूप से backup और recovery प्रदान करता है।यदि system crashes हो जाता है, DBMS, backups से data restore कर सकता है और यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी महत्वपूर्ण data नहीं खोया है।

Data retrieval:

DBMS, Data को जल्दी और प्रभावशाली ढंग से प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली language जैसे SQL का उपयोग करता है। 

Data Sharing

DBMS,विभिन्न users और applications के बीच data को आसानी से share करने की अनुमति देता है।

चूंकि सभी data एक ही स्थान में संग्रहित किए जाते हैं इसलिए एक समय में कई लोगों या सिस्टमों के द्वारा data को आसानी से access और use किया जा सकता है।

Data Consistency  

Data consistency का मतलब है कि सभी स्थानों में data सही और एक समान है। जब आप सूचना को update करते हैं यह सभी जगह समान होना चाहिए।  

Multi-User Support:

DBMS, एक ही समय में बिना किसी समस्या के कई users को data, access करने और modify करने की अनुमति देता है। यह सुनिश्चित करता है कि कई users एक साथ बिना एक दूसरे के कार्यों में रुकावट डालें कार्य करें।

Quick development:

DBMS applications को आसानी से बनाने में मदद करता है। यह data को संग्रहित करने, queries को process करने, और transactions को संभालने जैसे कामों को manage करता है।
 
इसकी वजह से developers को data storage और retrieval की चिंता नहीं करनी पड़ती और वे user के लिए नए features बनाने पर ध्यान दे सकते हैं।

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Centralized Control

DBMS में सभी Data को एक मुख्य व्यक्ति द्वारा handle किया जाता है जिसे Database Administrator (DBA) कहते हैं। इससे Database को आसानी से और ज्यादा प्रभावशाली ढंग से manage और control किया जा सकता है।

Support for Multiple Data Types

DBMS कई प्रकार के data, जैसे  numbers, text, images, और dates को support करते हैं। इस कारण विभिन्न applications से विभिन्न प्रकारों के data के साथ कार्य करने की सुविधा मिलती है।

Scalability:

DBMS आपकी जरूरत के आधार पर बढ़ सकता है। चाहे data का आकार बढ़े या उपयोगकर्ता की संख्या बढ़े, DBMS, अधिक data को संभालने या अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए बढ़ सकता है।

Cost Efficiency

DBMS software शुरुवात में महंगे हो सकती है, लेकिन यह समय के साथ पैसे बचाता है। यह data management को सुधारता है, गलतियों को कम करता है और तेजी से Data access करता है इससे व्यवसायों को लंबे समय में लागत बचाने में मदद मिलती है।

Information filtering 

DBMS, विशिष्ट सूचना को ढूंढना आसान बनाता है। Users कई तरीके से Data को sort, filter, और group कर सकता है। इसे बड़े datasets से आवश्यक सटीक विवरण प्राप्त करने में मदद मिलती है।

Runs anywhere

कई DBMS, विभिन्न Systems जैसे Windows, Linux, और macOS में Run होती है इसका मतलब है कि एक ही DBMS विभिन्न वातावरण में उपयोग हो सकते हैं जो इसे ज्यादा उपयोगी बना देता है। 

Transaction Management:

DBMS यह सुनिश्चित करता है कि कई कार्य एक transaction में या तो पूरे हो गए हैं या रद्द हो गए हैं। यह ACID rules का पालन करता है।

Atomicity: इसका मतलब है कि सभी कार्य पूर्ण रूप से होते हैं या बिल्कुल नहीं होते है।

Consistency: Database सही बना रहता है।

Isolation: Transactions एक दूसरे को प्रभावित नहीं करता है। 

Durability: Crash होने के बाद भी परिवर्तन सुरक्षित रहते हैं।

Separate storage

DBMS, data के physical storage को उसके logical structure से अलग रखता है। इसका मतलब है कि users केवल इस पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि data कैसे व्यवस्थित किया जाता है, न कि इसे भौतिक रूप से कहां या कैसे संग्रहीत किया जाता है।