What is ER model in DBMS in Hindi
ER model का पूरा नाम Entity-Relationship model है। इसका उपयोग databases को design करने के लिए किया जाता है।यह data को entities (जैसे Customer, Address) के रूप में दिखाता है। इनके attributes (जैसे Cust ID, Name, Age, City, State) होते हैं। यह entities आपस में relationships (जैसे Residency) से जुड़ी होती हैं।
यह मॉडल entities, उनकी properties और relationships को परिभाषित करता है। यह data की structure और उनके Relationship को समझने के लिए एक आसान चित्र प्रस्तुत करता है।
ER मॉडल का उपयोग data को सही तरीके से व्यवस्थित करने के लिए Database design की शुरुआत में होता है।
Features of ER model in dbms in hindi
1. Entity Representation:
यह database में वास्तविक दुनिया की वस्तु जैसे people, places, या things को entities के रूप में दिखाता है।
2. Attribute Details:
यह entities का विवरण जैसे name, age या color को attributes के रूप में दिखाता है।
2. Attribute Details:
यह entities का विवरण जैसे name, age या color को attributes के रूप में दिखाता है।
3. Relationship Mapping:
entities कैसे जोड़े जाते है उसका वर्णन करता है।
4. Graphical Representation: database की संरचना को स्पष्ट रूप से दिखाने के लिए सरल diagrams का उपयोग करता है।
5. Primary Key Support:
हर entity को एक unique attribute से पहचानने में मदद करता है।
5. Primary Key Support:
हर entity को एक unique attribute से पहचानने में मदद करता है।
6. Simple Design:
यह databases को समझने, उसका निर्माण करने और उसका उपयोग करने की प्रक्रिया को सरल बनाता है।
7. Relationship Degree:
विभिन्न connections, जैसे one-to-one या one-to-many को support करता है।
8. Structured Database:
जटिल database को सरल और स्पष्ट तरीके से design करने में मदद करता है।
जटिल database को सरल और स्पष्ट तरीके से design करने में मदद करता है।
ER model symbols in dbms in hindi
ER model में निम्न symbols का उपयोग किया जाता है।Rectangle (Entity)
database में एक वस्तु या चीज जैसे एक person या product को दिखाता है।Ellipse (Attribute)
एक entity के बारे में जानकारी जैसे name या age को प्रदर्शित करता है।Diamond (Relationship)
यह दिखाता है कि कैसे entities जुड़े होते हैं। जैसे student एक course में enroll होते हैं।
Double Rectangle (Weak Entity)
ऐसे entity को दिखाता है जो अस्तित्व में रहने के लिए अन्य entity पर निर्भर करता है। जैसे किसी मशीन पर निर्भर पुर्जे की तरह।
Double Diamond (Weak entity relationship)
यह एक weak entity और एक strong entity के बीच connection को दिखता है।
Dashed Ellipse (Derived Attribute)
ऐसे attributes को दिखाता है जिनकी गणना अन्य जानकारी से की जाती है जैसे birth date से age की गणना होती है।
Double Ellipse (Multivalued Attribute)
ऐसे attributes को दिखाता है जिनके पास एक से ज्यादा value होते हैं जैसे कई phone numbersLine (Connection)
entities को relationships से या attributes को entities से connect करता है।Components of ER model in DBMS in Hindi
ER model में निम्न Components शामिल होते हैं।Entity
वास्तविक दुनिया में एक entity कोई एक वस्तु या चीज है जिसके बारे में सूचना को एक Database में संग्रहित किया जाता है। यह कुछ भी हो सकता है जिसका एक unique identity होता है जैसे एक व्यक्ति, उत्पाद या घटना lएक database में entity को एक table के रूप में दिखाया जाता है। प्रत्येक row उस entity का एक उदाहरण(instance) होता है और प्रत्येक column उस entity के गुणों (attributes) को दर्शाता है।
उदाहरण के लिए एक "Book" entity में columns जैसे title, author और price हो सकतें है।
Types of Entity
Entity के निम्न में प्रकार होते हैं।Strong Entity:
Strong entity एक ऐसा entity है जो अपनी पहचान के लिए अन्य entity पर निर्भर नहीं करता। इसके पास एक unique key होता है जो Primary key कहलाता है जिसके द्वारा इसे पहचाना जाता है।
Strong entity एक ऐसा entity है जो अपनी पहचान के लिए अन्य entity पर निर्भर नहीं करता। इसके पास एक unique key होता है जो Primary key कहलाता है जिसके द्वारा इसे पहचाना जाता है।
उदाहरण के लिए एक "Customer" entity में "CustID" unique है जो इसे database में Strong entity बनाता है।
Weak Entity:
Weak Entity एक ऐसा entity है जो
स्वयं के attributes द्वारा पहचाना नहीं जा सकता है। इसे अपनी पहचान के लिए अन्य entity जिसे Strong Entity कहते है, की जरूरत होती है।
Weak Entity एक ऐसा entity है जो
स्वयं के attributes द्वारा पहचाना नहीं जा सकता है। इसे अपनी पहचान के लिए अन्य entity जिसे Strong Entity कहते है, की जरूरत होती है।
एक Weak entity के पास आम तौर पर एक partial key होता है और वह अपनी विशिष्ट पहचान बनाने के लिए Strong entity की primary key पर निर्भर करता है।
उदाहरण के लिए नीचे Address एक Weak entity है जिसके पास कोई primary key नही है। यह अपनी पहचान के लिए Strong entity के primary key पर निर्भर करता है।
Entity Set
एक database में Entity set, समान entities का समूह है। प्रत्येक entity समान properties या attributes को share करते है।उदाहरण के लिए एक कम्पनी में सभी employees एक entity set बना सकते है जहां प्रत्येक employee के पास attributes जैसे name, ID, और job title है।
Attributes
DBMS में Attributes, entity के गुण या विशेषताएं होते हैं। वे entity की गुणों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।उदाहरण के लिए एक "Student" entity, में Name," "Age," "Roll Number," और "Class" जैसे attributes हो सकते हैं जो student के बारे में जानकारी देते है।
ये एक प्रभावशाली तरीके से Data को व्यवस्थित करने और पहचानने में मदद करते हैं।
Types of Attributes
Attributes के निम्न प्रकार है।Key Attribute:
Key attribute का उपयोग Database table में, एक record को uniquely identify करने के लिए किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि table में दो records की values एक जैसे न हो।
उदाहरण के लिए Student entity में Roll_no एक Key Attribute हो सकता है क्योंकि यह Student को Uniquely identify करता है।
Composite Attribute
Composite Attribute वह है जो दो या दो से अधिक attributes से मिलकर बने होते हैं।
उदाहरण के लिए Address एक composite attribute है।
यह अधिक विशिष्ट जानकारी देते हुए , City, State और Country में बांटा जा सकता है।
Single value attribute
DBMS में Single value Attribute
वह attribute है जो दिए हुए Entity के लिए केवल एक value रखता है। यह बहुत सारे values को संग्रहित नहीं कर सकता।
उदाहरण के लिए प्रत्येक student के पास केवल एक Roll_no होगा अतः Roll_no एक Single value Attribute है।
Multivalued Attribute
Multivalued attribute ऐसे attribute होते हैं जिसमे एक Entity
के लिए के एक से ज्यादा values को सम्मिलित किया जा सकता है।
जैसे एक Student के पास कई Email_id हो सकते हैं।
Derived Attribute
Derived attribute ऐसा attribute है जिसकी गणना एक Database में संग्रहित अन्य attributes से की जाती है।
Derived attribute ऐसा attribute है जिसकी गणना एक Database में संग्रहित अन्य attributes से की जाती है।
जैसे Date of Birth पहले से संग्रहित attribute है। Age एक Derived attribute है जिसकी गणना के लिए अर्थात Age का पता लगाने के लिए Date of Birth attribute का उपयोग किया जाएगा।
Relationships
DBMS में relationship यह दिखाता है कि कैसे दो या दो से अधिक tables या entities, सामान्य attribute का उपयोग करके आपस में जुड़े हैं। relationships का निर्माण foreign key का उपयोग करके किया जाता है जो अन्य table के primary key को point करता है।Relationships महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये संबंधित जानकारी को जोड़ने में मदद करते हैं, जिससे data को संग्रहित, प्राप्त और प्रबंधित करना आसान होता है।
उदाहरण के लिए एक Company में Employee और Department Work के माध्यम से जुड़े होते है। एक Student, Course से Enrollment record के माध्यम से जुड़े होते है।
Types of Relationships
DBMS में Relationship के निम्न प्रकार होते है।One-to-one (1:1)
इस relationship में एक table के एक record को अन्य table के केवल एक record से connect किया जाता है।
उदाहरण के लिए Student और ID Card के बीच One to One relationship है, क्योंकि एक Student के केवल एक ही ID Card हो सकतें हैं।
One-to-many (1:N)
इस relationship, में एक single entity कई अन्य entities से जुड़े रहते हैं। दूसरे शब्दों में कहे तो एक table के केवल एक record अन्य table के कई records से जुड़े रहते हैं।
उदाहरण के लिए Teacher और Course के बीच One to many relationship है। इसमें एक Teacher कई Course को Teach(पढ़ा) सकतें हैं।
Many to One (N:1)
इस relationship में एक table के कई records को अन्य table के केवल एक record से connect किया जाता है।
उदाहरण के लिए कई Employees एक Company में कार्य करते हैं जो में Many to one relationship को बताता है।
Many-to-many (M:N)
इस relationship में एक table के कई records को अन्य table के कई records से connect किया जाता है।
उदाहरण के लिए कई Employee कई Project पर कार्य कर सकते हैं और एक Project पर कई Employees कार्य कर सकते है, जो Many to many relationship को बताता है।
1) Unary Relationship
2) Binary Relationship
3) Ternary Relationship
Unary Relationship
DBMS में Unary Relationship तब होता है जब एक entity खुद से जुड़ी होती है। इसे unary कहते हैं क्योंकि इसमें सिर्फ एक entity होती है। इसे एक recursive relationship के नाम से भी जाना जाता है।
उदाहरण के लिए एक company में एक employee, अन्य employees को manage कर सकते है जो एक unary relationship को दिखाता है।
Binary Relationship
एक Binary relationship, वह है जिसमे दो विभिन्न entity sets शामिल होते हैं अर्थात इसमें दो entities के बीच relationship होता है। यह database में relationship का सबसे सामान्य प्रकार है।
उदाहरण के लिए एक School में Teacher, Student को विभिन्न Subject पढ़ा (Teach) सकते है।
Ternary Relationship
DBMS में एक Ternary relationship, 3 entities के बीच का connection है। सरल शब्दों में कहे तो एक Ternary relationship वह है जिसमे तीन विभिन्न entity sets शामिल होते हैं।
यह दिखाता है कि कैसे ये 3 entities, आपस मे एक दूसरे से जुड़े हैं।
इस प्रकार के relationship का उपयोग उस समय किया जाता है जब interaction को अकेले दो entities के माध्यम से स्पष्ट रूप से explain नही किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए एक "Teacher-Course-Student" के बीच का relationship, Ternary relationship के अंतर्गत आता है क्योंकि इसमें 3 entities भाग लेते हैं। एक Teacher, एक course को पढ़ाते हैं तथा Student उस course में enroll करते हैं।
N-ary Relationship
DBMS में एक N-ary relationship दो या दो से अधिक entities के बीच का एक connection हैं। सरल शब्दों में कहे तो एक N-ary relationship वह है जिसमे तीन से ज्यादा entity sets शामिल होते हैं।
N-ary Relationship
DBMS में एक N-ary relationship दो या दो से अधिक entities के बीच का एक connection हैं। सरल शब्दों में कहे तो एक N-ary relationship वह है जिसमे तीन से ज्यादा entity sets शामिल होते हैं।
इसमें N का मतलब है, उन entities की संख्या जो Relationship में शामिल हैं।
यह binary, ternary और अन्य relationships का एक विस्तार है।
N-ary relationship का उपयोग तब होता है जब कई entities आपस में जुड़ती हैं और इसे सिर्फ दो entities से नहीं समझा सकते।
ये relationships, जटिल database interactions को modeling करने में मदद करता है।
नीचे उदाहरण में 5 entities College, Department, Students, Teaching और Non Teaching Staff को connect किया गया है। इसे निम्न प्रकार से समझते हैं।
नीचे उदाहरण में 5 entities College, Department, Students, Teaching और Non Teaching Staff को connect किया गया है। इसे निम्न प्रकार से समझते हैं।
एक College में कई Departments होते हैं। हर Department में Students और Teaching Staff होते हैं। College में Non-Teaching Staff भी होता है। ये पांचों Entities एक "have" नामक सिंगल Relationship से जुड़े हैं।
Advantages of ER model in DBMS in Hindi
ER model के निम्न फायदे है।1) Data को दिखाने के लिए सरल diagrams का use किया जाता है।
2)entities, attributes, और relationships को स्पष्ट रूप से दिखाता है।
3)database को सही तरीके से व्यवस्थित करता है।
4) data को बिना repeat किए store करता है।
5) Developers और users इसे आसानी से समझ सकते हैं।
6) data को सही format में बनाए रखने में मदद करता है।
7) जरूरत के आधार पर data को add करने या modify करने के अनुमति देता है।
8) एक database format में आसानी से बदलाव लाता है।
DBMS के नोट्स को हिंदी में पढ़ने के लिए क्लिक करें
1) data कैसे process किया जाता है इसे नहीं दिखाता।
Disadvantages of ER model in DBMS in Hindi
ER model के निम्न नुकसान है1) data कैसे process किया जाता है इसे नहीं दिखाता।
2) जटिल relationships को प्रस्तुत करना कठिन है।
3) many-to-many connections के लिए सीमित support है।
4) data dependencies को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित नहीं कर सकता है।
5) बड़े databases के लिए उपयोग करना कठिन है।
6) tables में बदलने के लिए अतिरिक्त कार्य करने की जरूरत है।
7) नियमों को सही तरीके से परिभाषित नहीं करता।
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