Difference between IaaS, PaaS and SaaS in Hindi 

1) IaaS:
यह online servers, storage, और networks जैसे चीजे प्रदान करता है जिसे आप इंटरनेट के माध्यम से उपयोग कर सकते हैं। 

आपको भौतिक मशीन खरीदने या उसे मैनेज करने की जरूरत नहीं है।जब कभी आपको resources की जरूरत होती है तब आप उसे जरुरत के अनुसार जोड़ या हटा सकते हैं। 

PaaS:
यह आपको apps का निर्माण करने और उससे चलाने के लिए बना-बनाया platform देता है। 

आपको servers या operating systems को मैनेज करने के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप अपना ध्यान केवल ऐप बनाने पर लगा सकते हैं।
 
SaaS:
यह पूरा सॉफ्टवेयर देता है जिसे आप इंटरनेट से इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको कुछ भी इंस्टॉल नहीं करना पड़ता। सब कुछ अपने आप संभाला जाता है।

2) IaaS:
 इसका उपयोग IT experts द्वारा किया जाता है जो सिस्टम पर पूरा नियंत्रण रखना चाहता है। 

PaaS:
इसका उपयोग developers द्वारा किया जाता है जो infrastructure को संभाले बिना app का निर्माण करना चाहते हैं।

SaaS:
यह सामान्य यूजर के लिए है जो केवल Gmail या Google Drive जैसे सेवा का उपयोग करना चाहते हैं।

3) IaaS:
इसमें users,  apps, data, और operating systems का manage करते है। cloud provider, servers और networks को manage करता है।

PaaS:
इसमें users केवल अपने apps और data को manage करते है। बाकी सब कुछ cloud provider द्वारा संभाला जाता है।

SaaS:
इसमें users केवल software का उपयोग करते है। cloud provider द्वारा हर चीज़ का ध्यान रखा जाता है। 

4) IaaS:
यह आपको बहुत सारा नियंत्रण दिया जाता है। आप system को कैसे set up करेंगे इसका आप चयन कर सकते हैं।
 

PaaS:
यह आपको कुछ नियंत्रण देता है। आप अपने app, को customize कर सकते हैं लेकिन प्लेटफार्म को नहीं। 

SaaS:
इसमे आपको सबसे कम नियंत्रण मिलता है। आप provider द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का उपयोग करते हैं। 

5) IaaS:
यह बहुत स्केलेबल है अर्थात आप अपने जरूरत के आधार पर रिसोर्सेज को बढ़ा या घटा सकते हैं।

PaaS:
आपके app की जरूरत के आधार पर इसमें भी resources को adjust किया जा सकता है।

SaaS:
यह कितना बढ़ सकता है यह आपके द्वारा उपयोग किया जा रहे सॉफ्टवेयर प्लान पर निर्भर करता है।

6) IaaS:
इसमें आपको इतना ही भुगतान करना होता है जितना आप resources का उपयोग करते है। 

PaaS:
यह मुफ्त हो सकता है या जितना आप उपयोग करते हैं इतना भुगतान करें या यह इस बात पर  भर करता है कि आप कौन से फीचर का चयन करते है।

SaaS:
इसका आमतौर पर प्रति माह या प्रति वर्ष एक निश्चित मूल्य होता है।

7) IaaS:
 इसमें सेट अप होने में कुछ समय लेता है क्योंकि आपको चीजों को अवश्य ही configure करना होता है।

PaaS:
इसमें platform पहले से ही उपयोग किए जाने के लिए तैयार रहता है। 

SaaS:
यह तुरंत काम करता है। आप signing up करने के तुरंत बाद इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

8) IaaS:
 इसका उदाहरण Amazon Web Services (AWS), Microsoft Azure, और Google Compute Engine है।

PaaS:
इसका उदाहरण Google App Engine, Heroku, और Microsoft Azure App Services है।

SaaS:
इसका उदाहरण Gmail, Google Drive, Salesforce, और Dropbox है।

9) IaaS:
इसका उपयोग वेबसाइट को होस्टिंग करने फाइलों को संग्रहित करने और शक्तिशाली गणना का कार्य करने के लिए होता है।

PaaS:
इसका उपयोग ऐप बनाने, टेस्ट करने और उसका विश्लेषण करने में होता है। 

SaaS:
इसका उपयोग ईमेल भेजने, customers को मैनेज करने और meetings के लिए होता है।

10) IaaS:
users को अवश्य ही apps और system को update करना होता है।

PaaS:
users केवल अपने apps को update करता है।

SaaS:
provider, सब चीजों को update करता है।